केरल के कोच्चि शहर में समुद्र किनारे बने 2 अवैध अपार्टमेंट परिसरों को शनिवार, 11 जनवरी की सुबह विस्फोटकों के जरिये गिरा दिया गया। ये दोनों ही बहुमंजिला इमारतें चंद सेकेंड में ही मलवे के ढेर में तब्दील हो गईं। आपको बता दें कि इनको गिराए जाने से पहले शनिवार को सुबह खाली करा लिया गया था। इमारत को गिराने से पहले जमीन से लेकर आसमान और समुद्री इलाके में भी धारा-144 लगाई गई थी।
विस्फोट के बाद दोनों इमारत एक के बाद ताश के पत्तों की तरह से ढह गई और पूरा इलाका धूल और मलबे के गुबार से भर गया। बताया जा रहा है कि एक इमारत के गिरने में करीब 8 सेकंड का समय लगा। इन दोनों अपार्टमेंट में बने कुल 343 फ्लैट बेहद आलीशान थे और 7 स्टार सुविधाओं से लैस थे।
शीर्ष अदालत के आदेशानुसार तटीय नियमन क्षेत्र (सीआरजेड) मानदंडों का उल्लंघन कर बनाए गए दोनों अपार्टमेंटों को शनिवार सुबह 11 बजे और 11:05 बजे गिराया गया। अन्य अपार्टमेंटों को रविवार को गिराया जाएगा। कुल 343 फ्लैटों वाले परिसरों को विस्फोट कर गिराया गया और इसके लिए बुधवार को ही अपार्टमेंटों में विस्फोटक ले जाने का काम पूरा कर लिया गया था।
#WATCH Maradu flats demolition: H2O Holy Faith apartment tower demolished through controlled implosion #Kerala pic.twitter.com/fKbciLGH14
— ANI (@ANI) January 11, 2020
इमारतों को गिराए जाने से कुल 70 हजार टन मलबा पैदा हुआ है जिसे हटाने में 20 ट्रकों को 60 दिन लगेंगे। बताया जा रहा है कि इमारतों को गिराने में 800 किलो विस्फोटक इस्तेमाल किया गया।
अधिकारियों ने बताया कि एर्नाकुलम जिला कलेक्टर ने क्षेत्र में स्थित दो रिहायशी परिसरों में निषेधाज्ञा लगा दी जो सुबह आठ बजे से प्रभावी हो गई। उन्होंने बताया कि 200 मीटर के दायरे में रहने वाले लोगों की निकासी काम सुबह ही पूरा हो गया था और परिसर के आसपास की सड़कों पर यातायात को विनियमित भी कर दिया गया था।
19 मंजिला एच2ओ होलीफेथ अपार्टमेंट परिसर जिसमें 90 फ्लैट हैं और 73 फ्लैट वाले अल्फा सेरीन परिसर को शनिवार को सुबह 11 बजे से गिराया गया। अधिकारियों ने बताया कि 122 फ्लैट वाले जैन कोरल कोव अपार्टमेंट परिसर को 12 जनवरी को सुबह 11 बजे गिराया जाएगा, जबकि 40 फ्लैट वाले गोल्डन कोयालोरम को दोपहर दो बजे गिराया जाएगा. तटीय नियमन क्षेत्र के मानदंडों का उल्लंघन कर कुल 343 फ्लैट बनाए गए थे. सुप्रीम कोर्ट ने सितंबर 2019 में इन परिसरों को 138 दिनों के भीतर गिराने का निर्देश दिया था.
अधिकरियों ने कहा था कि आसपास इमारतों को कोई नुकसान पहुंचाए बिना कोच्चि के इस पॉश अपार्टमेंट गिराने का काम पूरा किया जाएगा, और ऐसा ही हुआ भी। चंद सेकेंड्स के अंदर बहुमंजिला इमारतें जमींदोज हो गईं और धूल का एक गुबार उठता हुआ देखा गया। वीडियो देखकर लग रहा है कि आसपास की इमारतों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।