केरल में नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध में आयोजित हुए एक प्रदर्शन में भाग लेने वाली नॉर्वे की एक महिला को वीजा उल्लंघन करने के लिए विदेश क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (एफआरआरओ) द्वारा देश छोड़ने के लिए कहा गया है।
पर्यटक वीजा पर भारत की यात्रा कर रही 71 वर्षीय जैने-मेटे जोहानसन ने सोमवार (23 दिसंबर) को कोच्चि में सीएए के विरोध में आयोजित हुए प्रदर्शन में भाग लिया था। अधिकारियों ने कहा कि उसने विरोध प्रदर्शन में भाग लेकर वीजा नियमों का उल्लंघन किया है और इसके चलते उन्हें शुक्रवार (27 दिसंबर) शाम 6 बजे तक देश छोड़ने के लिए कहा गया है।
जैने-मेटे जोहानसन ने 23 दिसंबर को अपनी फेसबुक पोस्ट पर एनआरसी और सीएए के खिलाफ हैशटेग के साथ प्रदर्शन में भाग लेने की बात कही थी। जोहानसन ने कहा था कि आज दोपहर मैंने एक विरोध मार्च में भाग लिया। मार्च गांधी सर्किल एर्नाकुलम से शुरू हुआ और वास्को डी गामा स्क्वायर कोचीन तक गया।
प्रदर्शनकारी गा रहे थे और जमकर ठुमके लगा रहे थे। लोगों का एक विस्तृत मार्च बहुत अच्छी तरह से आयोजित किया गया था। 12 किलोमीटर के मार्च के दौरान दो स्थानों पर नमक और चीनी के साथ पानी मिला। हमारे पास संतरे का जूस भी था। कोई दंगा नहीं, बस लोगों ने निर्धारित किया, अपनी आवाज उठाते हुए अपने विचार रखे। इस विरोध मार्च के दौरान पुलिस मददगार रही।
विदेशियों को विरोध प्रदर्शन में भाग लेने से रोकता है भारतीय वीजा
आव्रजन अधिकारियों ने गुरुवार को उससे पूछताछ की थी। मनोरमा के मुताबिक, जोहानसन ने कहा,"मैंने स्थानीय पुलिस स्टेशन से अनुमति मिलने के बाद ही विरोध प्रदर्शन में भाग लिया था। अगर मुझे पता होता कि मैं भारतीय कानून तोड़ रही हूँ तो मैं विरोध प्रदर्शन में भाग ही नहीं लेती।"
भारत सरकार द्वारा निर्धारित वीजा नियम किसी भी उद्देश्य से विरोध प्रदर्शन में भाग लेने के लिए विदेशी नागरिकों के देश में आने पर रोक लगाते हैं। कोच्चि में विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण अधिकारी, अनूप कृष्णन, आईपीएस ने कहा कि उन्हें निर्वासित नहीं किया जा रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है, "आव्रजन विभाग फिलहाल जोहानसन के खिलाफ कानूनी कार्रवाई नहीं कर रहा है। वे भविष्य की चीजें हैं।"
जैने-मेटे जोहानसन नामक यह 71 वर्षीय महिला नर्स रह चुकी है. पर्यटक वीजा पर 17 दिसंबर को कोच्चि पहुंची थी और 23 दिसंबर को इसने वहां नागरिकता कानून के विरोध में हुए प्रदर्शनों में भाग लिया था। केरल आने से पहले उसने मुंबई और लखनऊ का दौरा किया। उसका वीजा मार्च 2020 में समाप्त हो रहा है।