3 जून को असम के एयरबेस से उड़ान भरने के बाद 13 यात्रियों सहित लापता हुए भारतीय वायुसेना के विमान एएन-32 का मलबा अरुणाचल प्रदेश के सियांग जिले में दिखाई दिया है। भारतीय वायुसेना ने भी लापता विमान का मलबा मिलने की पुष्टि की है। इससे पहले अरुणाचल प्रदेश के सियांग जिले के एक गांव में भारतीय वायुसेना के चॉपर एमआई-17 को विमान के मलबे जैसा कुछ दिखाई दिया था।
भारतीय वायुसेना ने बारे में जानकारी देते हुए ट्वीट किया, 'लापता एएन-32 विमान का मलबा लिपो से 16 किलोमीटर दूर दिखा है। एमआई-17 हेलिकॉप्टर को सर्च ऑपरेशन के दौरान करीब 12 हजार फीट ऊंचाई पर टाटो के उत्तर-पूर्व में यह मलबा दिखाई दिया है।'
Arunachal Pradesh Government officials: Map of the site where the missing AN-32 had crashed.
— ANI (@ANI) June 12, 2019
The Wreckage was spotted y'day 16 km North of Lipo, North East of Tato, at an approx elevation of 12000 ft,in Arunachal by IAF Mi-17 Helicopter undertaking search in expanded search zone pic.twitter.com/aaK0yvbyoo
इसके अलावा भारतीय वायुसेना ने आगे जोड़ा, "मलबा मिलने के बाद अब एयरफोर्स ग्राउंड टीम के जरिए उसमें सवार लोगों की स्थिति के बारे में जानकारी जुटाएगी। वायुसेना ने ग्राउंड टीम को विमान का मलबा मिलने के बाद उसमें सवार रहे 13 लोगों के बारे में पता लगाने का निर्देश दिया है।"
समाचार एजेंसी एएनआई ने लापता एएन-32 के मलबे की पहली तस्वीर जारी की है। वायुसेना का ध्यान विमान में मौजूद रहे 13 लोगों की वर्तमान स्थिति पता लगाने पर है। दुर्घटना वाला इलाका काफी ऊंचाई पर और घने जंगलों के बीच है, ऐसे में विमान के मलबे तक पहुंचना सबसे चुनौतीपूर्ण काम है। इस बीच वायुसेना ने राहत कार्य की एक रूपरेखा तैयार की है। वायुसेना ने मलबे की जगह के पास एक जगह चिह्नित की है, जहां बुधवार सुबह सेना के हेलिकॉप्टर्स लैंड करेंगे और मलबे वाली जगह विमान में मौजूद रहे लोगों की खोज के लिए निकलेंगे।
वायुसेना ने मंगलवार शाम बयान जारी कर कहा, 'एमआई 17 हेलिकॉप्टर द्वारा एएन-32 विमान के मलबे की खोज के बाद वायुसेना के चीता हेलिकॉप्टर और सेना के अडवांस्ड लाइट हेलिकॉप्टरों ने दुर्घटनास्थल का जायजा लिया। हालांकि ऊंचाई और घने जंगलों के चलते, हेलिकॉप्टर वहां लैंड नहीं कर पाए।' वायुसेना ने आगे कहा, 'हालांकि हमने पास स्थित एक लैंडिंग साइट की पहचान कर ली है और बुधवार सुबह हेलिकॉप्टरों के जरिए बचाव अभियान शुरू होगा। इस बीच आज रात ग्राउंड फोर्स वहां पहुंचने की कोशिश करेगी।'
वायुसेना ने आगे बताया, 'मलबे वाली जगह पर वायुसेना गरुड़ कमांडोज़ की एक टीम उतारेगी। इसके अलावा वायुसेना के पर्वतारोही दल और अन्य ग्राउंड फोर्सेस को भी बुधवार सुबह मलबे वाली जगह उतारा जाएगा।'
विमान की तलाश में वायु सेना, सेना, जिला और स्थानीय प्रशासन सघन तलाशी अभियान चला रहे थे। हेलीकॉप्टर और सी-130जे विमान दिन में खोजी अभियान चला रहे थे, जबकि यूएवी व सी-130जे विमान रात में अभियान जारी रख रहे थे। सेना, आईटीबीपी, राज्य पुलिस और स्थानीय लोग लगातार जमीन पर इसकी तलाश कर रहे थे।
खराब मौसम के कारण दो दिन से हवाई तलाशी अभियान में परेशानी आई थी, लेकिन सोमवार को फिर से इसे शुरू कर दिया गया था। गौरतलब है कि शनिवार को वायुसेना ने विमान का सुराग देने वाले को 5 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी।