सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीरINDRANIL MUKHERJEE/AFP/Getty Images

सरकार की ओर से अर्थव्यवस्था में दिख रही सुस्ती को दूर करने के उपायों की घोषणा के बाद सोमवार को बाजार में जोरदार तेजी रही। बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 792.96 अंक के उछाल के साथ 37,494.12 अंक पर पहुंच गया। पिछले तीन माह में यह किसी एक दिन की सबसे ऊंची बढ़त दर्ज की गई।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को अर्थव्यवस्था को तेज रफ्तार पटरी पर लाने के लिये अनेक उपायों की घोषणा की। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) पर लगाये गये बढ़े अधिभार को वापस ले लिया। बैंकों को जल्द ही 70,000 करोड़ रुपये की पूंजी उपलब्ध कराने का एलान किया। सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों के जीएसटी रिफंड को तय समयसीमा में उपलब्ध कराने सहित आटोमोबाइल क्षेत्र में गतिविधियां बढ़ाने के कई उपायों की घोषणा की।

ये घोषणायें शुक्रवार को शेयर बाजार बंद होने के बाद की गई। बाजार में इनकी प्रतिक्रिया आज देखने को मिली। वित्त मंत्री ने स्टार्ट अप को 'एंजल कर' से छूट देने की घोषणा भी की। उन्होंने यह भी कहा कि बैंक आवास, वाहन और दूसरे कर्जों को सस्ता करने पर सहमत हुये हैं।

कारोबार की शुरूआत में बाजार में तेजी के बाद नरमी का रुख देखा गया लेकिन जैसे ही यह समाचार आया कि अमेरिका और चीन जल्द ही व्यापार मुद्दे पर बातचीत शुरू करेंगे, बाजार में जोरदार तेजी का रुख बन गया। हालांकि, इससे पहले दूसरे एशियाई बाजार नुकसान के साथ बंद हुये। इन बाजारों में अमेरिका- चीन के बीच जारी व्यापार युद्ध को लेकर चिंता रही।

आर्थिक प्रोत्साहनों की घोषणा से उत्साहित शेयर बाजार में कारोबार की शुरुआत 663 अंक के उछाल के साथ हुई। लेकिन वैश्विक बाजारों के रुझानों से यह शुरुआती तेजी जाती रही। कारोबार के दौरान बंबई शेयर सूचकांक 1,052 अंक के दायरे में ऊपर- नीचे हुआ। कारोबार की समाप्ति के समय सूचकांक में उस समय जबर्दस्त तेजी देखने को मिली जब अमेरिका- चीन के बीच व्यापार वार्ता शुरू होने की खबर आई।

बंबई शेयर सूचकांक अंतत: 792.96 अंक यानी 2.16 प्रतिशत बढ़कर 37,494.12 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 228.50 अंक यानी 2.11 प्रतिशत बढ़कर 11,000 अंक से आगे निकलकर 11,057.85 अंक पर बंद हुआ। संसेक्स और निफ्टी में सोमवार की यह बढ़त पिछले तीन माह के दौरान किसी एक दिन में हासिल सबसे बड़ी बढ़त रही है।

इससे पहले नरेन्द्र मोदी सरकार के लगातार दूसरी बार केन्द्र में सत्ता में लौटने के समय आई थी। यस बैंक के शेयर मूल्य में सबसे ज्यादा वृद्धि दर्ज की गई। इसके बाद एचडीएफसी, बजाज फाइनेंस, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, लार्सन एण्ड टुब्रो, स्टेट बैंक, एक्सिस बैंक और कोटक महिन्द्रा बैंक -- इनके शेयरों में 5.24 प्रतिशत तक की वृद्धि रही।

इसके विपरीत घाटा उठाने वाले शेयरों में टाटा स्टील, सन फार्मा, हीरो मोटो कार्प, वेदांता, रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा मोटर्स, मारुति सुजूकी और बजाज आटो के शेयर 2.01 प्रतिशत तक गिर गये।

एशियाई बाजारों में शंघाई कंपाजिट इंडेक्स, हेंग सेंग, कास्पी और निक्केई में तेज गिरावट दर्ज की गई। यूरोप में हालांकि, शुरुआती दौर में बाजार ऊंचे रहे।

साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है। यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है।