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Reuters

दुनिया की सबसे अमीर तेल कंपनियों में शुमार की जाने वाली सऊदी अरब अरामको के दो फैसिलिटी सेंटरों में शनिवार को सुबह आग लग गई। सऊदी अरब के गृह मंत्री ने कहा कि अरामको के फैसिलिटी सेंटर्स पर हुए ड्रोन हमलों के चलते आग लगी थी।

मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया, 'तड़के 4 बजे औद्योगिक सुरक्षा बलों की टीमों ने फायरिंग का जवाब दिया। अबकैक और खुराइस स्थित फैसिलिटी सेंटर्स पर ड्रोन अटैक हुआ था।'

दोनों ही मामलों में आग पर काबू पा लिया गया है। मंत्रालय ने कहा कि फिलहाल देश के पूर्वी हिस्से में हुए ड्रोन अटैक को लेकर जांच की जा रही है और यह पता लगाने की कोशिश हो रही है कि आखिर इन हमलों के पीछे कौन था।

बता दें कि पिछले महीने भी अरामको के नैचरल गैस के फैसिलिटी सेंटर पर भी अटैक हुआ था। हालांकि इसमें किसी भी तरह का जान-माल का नुकसान नहीं हुआ था। इस अटैक की जिम्मेदारी यमन के हथियारबंद हूथी विद्रोही संगठन ने ली थी।

गौरतलब है कि पिछले कुछ महीनों में हूथी लड़ाकों ने क्रॉस-बॉर्डर मिसाइलों के जरिए सऊदी अरब के एयर बेस पर हमले भी किए हैं। हालांकि अब तक शनिवार तड़के हुए हमलों की किसी भी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है।

बता दें कि इस साल मई से ही खाड़ी क्षेत्र में तनाव की स्थिति है। यहां तक कि जून में अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने ईरान पर हवाई हमले तक का ऐलान कर दिया था, लेकिन अंत में अपना फैसला पलट दिया।

साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी एएफपी द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है। यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है।