महाराष्ट्र में शिवसेना के समर्थन पत्र जुटाने में विफल रहने और भारतीय जनता पार्टी के सरकार बनाने से इनकार कर देने के बाद राज्यपाल बीएस कोश्यारी ने सोमवार देर रात राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) को राज्य में सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया।
खास बात यह है कि राज्यपाल ने एनसीपी को भी दावा पेश करने के लिए 24 घंटे का समय दिया है। एनसीपी को मंगलवार रात 8:30 तक सरकार बनाने का दावा पेश करना होगा। राज्यपाल से मुलाकात के बाद एनसीपी नेता ने भी राज्यपाल से न्योता मिलने की पुष्टि की है। राज्यपाल ने एनसीपी नेताओं से करीब 15 मिनट तक बात की। राज्यपाल से मिलने वाले नेताओं में छगन भुजबल, जयंत पाटिल और अन्य सीनियर नेताओं के अलावा अजीत पवार भी मौजूद थे।
एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा, 'प्रक्रिया के अनुसार गवर्नर ने हमें तीसरी सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते पत्र दिया है (सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए)। हमने उनसे कहा है कि हम अपनी सहयोगी पार्टी से इस संबंध में चर्चा करेंगे और जल्द से जल्द उन्हें इस बारे में बताएंगे। दावा पेश करने का समय मंगलवार रात 8:30 बजे तक का है।'
गौरतलब है कि शरद पवार की अगुआई वाली एनसीपी के 288 सदस्यीय विधानसभा में 54 विधायक हैं जो बीजेपी (105) और शिवसेना (56) के बाद तीसरा सबसे बड़ा दल है।
इससे पहले, एनसीपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने मीडिया को सूचित किया कि उन्हें राज्यपाल द्वारा 8.30 बजे बुलाया गया था और वह आधा दर्जन अन्य नेताओं के साथ एक बैठक के लिए राजभवन जा रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने दावा किया कि राजयपाल द्वारा उन्हें क्यों बुलाया गया है, इसका उन्हें कोई ज्ञान नहीं है।
इसके अलावा मलिक ने कहा कि 24 घंटे की समय सीमा बहुत कम थी और इतने कम समय में कांग्रेस और एनसीपी शिवसेना को सरकार बनाने केदावे को सफल करने के सक्षम नहीं हो सकते।
मलिक ने कहा, "राज्यपाल को विधायकों के हस्ताक्षर, नाम, निर्वाचन क्षेत्र के नाम और सभी सहायक विधायकों की संख्या के साथ पत्रों की आवश्यकता होती है, जिन्हें इतने कम समय में तैयार करना मुश्किल था। शिवसेना ने अतिरिक्त समय मांगा, लेकिन राज्यपाल ने समय बढ़ाने में असमर्थता जताई।"
इससे पहले महाराष्ट्र राज्यपाल की तरफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया, 'शिवसेना के प्रतिनिधिमंडल ने आज राज्यपाल से मुलाकात की और सरकार बनाने की इच्छा जाहिर की। हालांकि वे अपने समर्थन में कोई पत्र नहीं दे पाए। उन्होंने अपना समर्थन पत्र देने के लिए तीन दिन के समय की मांग के साथ एक पत्र दिया। राज्यपाल ने शिवसेना को और समय देने में असमर्थता जाहिर की।'
राज्यपाल से मिलने के बाद आदित्य ठाकरे ने कहा, 'रविवार शाम बीजेपी द्वारा सरकार बनाने से इनकार करने के बाद राज्यपाल की तरफ से हमारे पास एक लेटर आया। इस लेटर में हमसे 24 घंटे के भीतर सरकार बनाने की इच्छा के बारे में पूछा गया। आज सोमवार को हमने अपनी इच्छा के बारे में राज्यपाल को सूचित कर दिया। दावा पेश करने के लिए हमने उनसे दो दिन का समय मांगा है। उन्होंने दो दिन का समय देने से इनकार कर दिया है। हालांकि अधिकारिक तौर पर हमारा दावा अभी तक खारिज नहीं हुआ है।'