-
Twitter / @ANI

इस विश्व कप में अपने हरफनमौला खेल से सबको आश्चर्यचकित करने वाले बांग्लादेशी खिलाडी शाकिब अल हसन ने हाफ सेंचुरी और पांच विकेट का अनोखे डबल की मदद से बांग्लादेश ने बड़ी आसानी से अफगानिस्तान को 62 रनों से हरा दिया। शाकिब के अलावा बांग्लादेश के विकेटकीपर बल्लेबाज मुशफिकुर रहीम ने भी 83 रनों की पारी खेली। इस जीत के बाद बांग्लादेश ने विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचने की अपनी उम्मीदों जीवंत बनाए रखा है।

बांग्लादेश ने रहीम (87 गेंदों पर 83 रन) और शाकिब (69 गेंदों पर 51 रन) के अर्धशतकों की बदौलत पहले बल्लेबाजी का न्योता पाने पर सात विकेट पर 262 रन बनाए। शाकिब ने बाद में गेंदबाजी में अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए दस ओवर में 29 रन देकर पांच विकेट लिए तथा अफगानिस्तान को 47 ओवर में 200 रन पर आउट करने में अहम भूमिका निभाई। बांग्लादेश की यह सात मैचों में यह तीसरी जीत है, जिससे उसके सात अंक हो गए हैं और वह पांचवें स्थान पर पहुंच गया है। अफगानिस्तान की यह लगातार सातवीं हार है।

पिच धीमा खेल रही थी और ऐसे में रन बनाने आसान नहीं थे। अफगानिस्तान के ऑफ स्पिनर मुजीब उर रहमान (39 रन देकर तीन) ने भी बल्लेबाजों को बांधे रखा लेकिन राशिद खान (10 ओवर में 52 रन) प्रभाव नहीं छोड़ पाए। अफगानिस्तान के बल्लेबाजों में समीउल्लाह शिनवारी ने नाबाद 49 और कप्तान गुलबदीन नैब ने 47 रन बनाए।

नैब खुद पारी का आगाज करने के लिए उतरे। उन्होंने रहमत शाह (24) के साथ पहले विकेट के लिए 49 रन की साझेदारी निभाई लेकिन स्पिनरों के आक्रमण पर आने के बाद उनकी परेशानी शुरू हो गई। रहमत ने शाकिब के पहले ओवर में ही अपनी गलती से विकेट गंवाया। शाकिब ने इसके बाद नैब और मोहम्मद नबी (शून्य) को तीन गेंद के अंदर आउट करके अफगानिस्तान को करारे झटके दिए। इस बीच मोसादेक हुसैन (25 रन देकर एक) ने हशमुतुल्लाह शाहिदी (11) को स्टंप आउट कराया। शाकिब ने ऑफ साइड पर मजबूत क्षेत्ररक्षण लगाया और नैब को शॉर्ट कवर पर कैच कराकर उन्हें अर्धशतक तक नहीं पहुंचने दिया।

इसके बाद उन्होंने नबी के बल्ले और पैड के बीच से गेंद निकालकर गिल्लियां बिखेरीं। शाकिब ने अशगर अफगान (20) के रूप में अपना चौथा विकेट लिया जिन्होंने गेंद हवा में लहराई।

इसके बाद उन्होंने अपने तीसरे स्पैल में आकर शिनवारी और नजीबुल्लाह जादरान (23) के बीच 56 रन की साझेदारी तोड़ी। इससे वह युवराज सिंह (बनाम आयरलैंड, 2011) के बाद विश्व कप में अर्धशतक और पांच विकेट का डबल पूरा करने वाले दूसरे ऑलराउंडर बने। यही नहीं शाकिब किसी एक विश्व कप में 400 से अधिक रन और दस या इससे अधिक विकेट लेने वाले पहले ऑलराउंडर भी बने। तेज गेंदबाज मुस्ताफिजुर रहमान (32 रन देकर दो) और मोहम्मद सैफुद्दीन (33 रन देकर एक) ने इसके बाद पुछल्ले बल्लेबाजों को समेटा।

इससे पहले बांग्लादेश की तरफ से कोई बड़ी साझेदारी नहीं निभाई गई। लिट्टन दास (16) के जल्दी आउट होने के बाद उनकी जगह लेने के लिए उतरे शाकिब ने तमीम इकबाल (53 गेंदों पर 36 रन) के साथ 59 रन और अपने पसंदीदा जोड़ीदार रहीम के साथ 61 रन की साझेदारियां की। बाद में रहीम ने महमुदुल्लाह (38 गेंदों पर 27) के साथ पांचवें विकेट के लिए 56 और मोसादेक हुसैन (24 गेंदों पर 35) के साथ छठे विकेट के लिए 44 रन जोड़े।

शाकिब फिर से अच्छी लय में दिखे। वह टूर्नमेंट में पांचवीं बार 50 रन की संख्या पार करने में सफल रहे। इस बीच एक बार डीआरएस के सहारे उन्हें जीवनदान भी मिला लेकिन अर्धशतक पूरा करने के बाद वह पारी लंबी नहीं खींच पाए। मुजीब ने अपने वैरीएशन से बल्लेबाजों को चौंकाया और उनमें शाकिब भी शामिल थे, जो आगे पिच कराई गई गेंद पर पगबाधा आउट हुए। उन्होंने 69 गेंद की अपनी पारी में केवल एक चौका लगाया।

मुजीब ने नए बल्लेबाज सौम्य सरकार (तीन) को भी पगबाधा आउट किया। रहीम ने दौलत जादरान पर छक्का जड़कर अर्धशतक पूरा किया, लेकिन महमुदुल्लाह अच्छी शुरुआत के बावजूद डेथ ओवरों तक क्रीज पर नहीं टिक पाए। नैब (56 रन देकर दो) ने उन्हें धीमी गेंद पर ललचाकर मिडविकेट पर कैच करवाया। रहीम ने आखिरी क्षणों में लंबा शॉट खेलने के प्रयास में गेंद हवा में लहराई जिसे नबी ने खूबसूरती से कैच में बदला। अंतिम ओवरों में मोसादेक ने महत्वपूर्ण रन जुटाये जिससे टीम 250 रन के पार पहुंच पाई।

साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है। यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है।