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क्रिकेट विश्वकप के कुछ मैचों में भारतीय क्रिकेटरों के नारंगी जर्सी पहनने को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। मुंबई में समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी ने बुधवार को इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए उनपर हर चीज का 'भगवाकरण' करने के प्रयास का आरोप लगाया है।

बता दें कि भारतीय टीम विश्वकप के मैचों में मेजबान इंग्लैंड सहित कुछ टीमों के खिलाफ नारंगी जर्सी पहन सकती है क्योंकि भारत और इंग्लैंड दोनों ही टीमें नीली रंग की जर्सी पहनती हैं।

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने इंग्लैंड को छोड़कर सभी टीमों से दो तरह की यूनिफॉर्म तैयार रखने को कहा है। इसी के तहत भारतीय टीम की नई नारंगी रंग वाली जर्सी तैयार की गई है। राज्य विधानसभा के बाहर मीडिया से बात करते हुए आजमी ने कहा कि जब भारतीय टीम जीतती है तो उन्हें खुशी होती है लेकिन मोदी पूरे देश को भगवा रंग में रंगना चाहते हैं।

आजमी ने कहा, 'आज, जर्सी भगवा रंग की हो रही है। मोदी जी, राष्ट्रीय ध्वज के रंगों का निर्णय करने वाला व्यक्ति एक मुस्लिम नेता था।' उन्होंने कहा, 'अगर आप जर्सी के लिए रंग चुनना चाहते हैं तो तिरंगे के रंग को चुनिए। मुझे कोई परेशानी नहीं लेकिन अगर आप हर चीज को भगवा रंग में रंगेंगे तो यह अनुचित होगा।' उन्होंने कहा, 'लोगों को इसका विरोध करना चाहिए।'

दूसरी तरफ भारतीय टीम के नारंगी रंग की ड्रेस पहनने को लेकर अपने एक नेता के बयान को खारिज करते हुए कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि टीम की ड्रेस राजनीतिक विषय नहीं है और वह उसके विश्व विजेता बनने की कामना करती है।

भारतीय टीम की ड्रेस के रंग के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा, ''ये कोई राजनीतिक विषय थोड़े ही है। हम तो यही कहते हैं कि कोई भी रंग की ड्रेस पहनकर खेंले, पर अच्छा खेलें और विश्व कप जीत कर आएं।''

इससे पहले महाराष्ट्र सरकार के पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक आरिफ नसीम खान ने भारतीय टीम की ड्रेस के रंग को लेकर आरोप लगाया कि जब से मोदी सरकार सत्ता में आई है, तब से वह भगवा राजनीति कर रही है और हर चीज का भगवाकरण करना चाहती है।

बीजेपी प्रवक्ता नलिन कोहली ने नारंगी रंग की जर्सी की आलोचना करने वालों पर निशाना साधते हुए कहा, 'यह संकुचित सोच और प्रतिक्रियावादी राजनीति है। भगवा की आलोचना करने वालों को यह नहीं भूलना चाहिए कि राष्ट्रीय ध्वज में भी यह रंग मौजूद है। यह कोई त्वरित निर्णय नहीं है। अगर झंडे के रंग का इस्तेमाल किया गया है तो इससे गर्व और राष्ट्रीयता की भावना बढ़नी चाहिए और इस तरह की प्रतिक्रिया नहीं देनी चाहिए।'

टीम इंडिया को ये बदलाव इसलिए करना पड़ रहा है क्योंकि इंग्लैंड और भारत, दोनों टीमों की जर्सी का रंग एक जैसा है। ऐसे में मेहमान टीम को इंग्लैंड के साथ होने वाले मुकाबले में अपनी 'अल्टरनेट जर्सी' (वैकल्पिक जर्सी) का उपयोग करना होगा, जो नारंगी होगी।

टीम इंडिया के लिए भगवा यानी नारंगी रंग के चयन पर आईसीसी ने कहा, 'बीसीसीआई को रंग के कई विकल्प दिए गए थे और उन्होंने वही चुना जो उन्हें जर्सी के रंग के साथ बेहतर लगा। यह इसलिए करना पड़ा क्योंकि इंग्लैंड की टीम भी भारत की तरह नीले रंग का ही जर्सी पहनती है। यह डिजाइन भारत की पुरानी टी-20 जर्सी से लिया गया है, जिसमें नारंगी रंग था।'

आईसीसी ने कहा, 'इस जर्सी को डिजाइन करने वाले डिजाइनर अमेरिका में बैठे हैं। उन्होंने कोई नया रंग का इस्तेमाल नहीं किया है, बल्कि जो पहले से ही मौजूद है उसी से जर्सी को बनाया है। जर्सी के डिजाइन के दौरान यह भी ध्यान में रखा गया कि क्रिकेट प्रेमियों को टीम इंडिया के खिलाड़ियों को पहचानने में कोई परेशानी न हो।'

साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है। यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है।