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भारतीय क्रिकेट टीम ने आईसीसी क्रिकेट विश्व कप-2019 में रविवार को लगातार दूसरी जीत हासिल करते हुए केनिंग्टन ओवल मैदान पर ऑस्ट्रेलिया को 36 रनों से पराजित किया। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (117) के शानदार शतक की मदद से 5 विकेट पर 352 रन बनाए। जवाब में डेविड वॉर्नर और स्टीव स्मिथ की हाफ सेंचुरी के बावजूद कंगारू टीम रन 50 ओवर में 316 रन बनाकर पवेलियन लौट गई।

भारत के लिए मैन ऑफ द मैच रहे शिखर ने 117 रन की शतकीय पारी खेली जबकि कप्तान विराट कोहली (82) और रोहित शर्मा (57) ने अर्धशतक जड़े। वहीं, ऑस्ट्रेलिया के लिए स्टीव स्मिथ ने सर्वाधिक 69 रन बनाए। उनके अलावा एलेक्स कैरी 55 रन बनाकर नाबाद लौटे, डेविड वॉर्नर ने 56 रन का योगदान दिया। तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और भुवनेश्वर कुमार ने 3-3 विकेट झटके जबकि लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल को 2 विकेट मिले।

लक्ष्य का पीछा करने उतरे ऑस्ट्रेलिया को वॉर्नर और कप्तान आरोन फिंच (36) की जोड़ी ने सतर्क शुरुआत दिलाई। दोनों ने पहले विकेट के लिए 61 रन जोड़े। बुमराह के दूसरे ओवर की पहली ही गेंद पर वॉर्नर भाग्यशाली रहे जब उनका शॉट विकेटों से टकराया लेकिन बेल्स नहीं गिरे। वॉर्नर और फिंच ने 10 ओवर में टीम का स्कोर बिना विकेट के 48 रन पर पहुंचाया। फिंच ने 10वें ओवर में पंड्या की लगातार गेंदों पर छक्का और दो चौके मारे जिससे ओवर में 19 रन बने। फिंच हालांकि पंड्या के ओवर में गैरजरूरी दूसरा रन लेने के प्रयास में रन आउट हुए।

वॉर्नर और स्मिथ ने इसके बाद पारी को आगे बढ़ाया। दोनों ने 21वें ओवर में टीम का स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया। वॉर्नर ने चहल की गेंद पर एक रन के साथ 77 गेंद में अर्धशतक पूरा किया जो एकदिवसीय क्रिकेट में उनका सबसे धीमा अर्धशतक है। वॉर्नर हालांकि इसके बाद चहल की गेंद को उठाकर मारने की कोशिश में डीप मिडविकेट पर भुवनेश्वर को कैच दे बैठे, जिससे स्मिथ के साथ उनकी 72 रन की साझेदारी का अंत किया। वॉर्नर ने 84 गेंद का सामना करते हुए पांच चौके मारे।

स्मिथ और ख्वाजा ने तीसरे विकेट के लिए 69 रन जोड़कर पारी को संवारा। बीच में हालांकि भारतीय गेंदबाजों का दबदबा रहा जिससे 53 गेंद तक कोई बाउंड्री नहीं लगी। ख्वाजा ने कुलदीप पर चौके के साथ बाउंड्री के सूखे को खत्म किया और फिर इस स्पिनर की लगातार गेंदों पर छक्का और चौका मारकर 34वें ओवर में टीम का स्कोर 200 रन के पार पहुंचाया। स्मिथ ने इस बीच कुलदीप पर ही चौके के साथ 60 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। बुमराह ने ख्वाजा को बोल्ड करके भारत को तीसरी सफलता दिलाई। उन्होंने 39 गेंद का सामना करते हुए चार चौके और एक छक्का मारा।

मैक्सवेल ने बुमराह पर चौके से खाता खोला और फिर भुवनेश्वर पर लगातार दो चौके मारे। भुवनेश्वर ने स्मिथ को पगबाधा करके भारत को बड़ी सफलता दिलाई। मैदानी अंपायर ने स्मिथ को आउट नहीं दिया था लेकिन भारत के डीआरएस लेने पर उन्हें फैसला बदलना पड़ा। स्मिथ ने 70 गेंद का सामना करते हुए पांच चौके और एक छक्का मारा। भुवनेश्वर ने एक गेंद बाद मार्कस स्टोइनिस (00) को भी बोल्ड कर दिया जबकि चहल के अगले ओवर में ग्लेन मैक्सवेल (14 गेंद में 28 रन) भी स्थानापन्न खिलाड़ी रविंद्र जडेजा को कैच दे बैठे।

ऑस्ट्रेलिया को अंतिम आठ ओवर में जीत के लिए 97 रन की दरकार थी। कैरी ने इसके बाद कुछ अच्छे शाट लगाए। उन्होंने चहल पर चौका और छक्का जड़ने के बाद पंड्या की गेंद को भी बाउंड्री के दर्शन कराए। बुमराह ने हालांकि नाथन कोल्टर नाइल (04) को पवेलियन भेज दिया और फिर पैट कमिंस (08) की पारी का अंत किया। कैरी ने भुवनेश्वर की गेंद पर चौका और फिर एक रन के साथ 25 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। ऑस्ट्रेलिया को अंतिम दो ओवर में जीत के लिए 44 रन की जरूरत थी, लेकिन टीम अपने अंतिम दो विकेट गंवाकर सात रन ही बना सकी।

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इससे पहले, भारतीय क्रिकेट टीम ने शिखर धवन और कप्तान विराट कोहली की शानदार बल्लेबाजी के दम पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 352 बनाए। विश्व कप में किसी भी टीम का ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ यह अब तक का सबसे बड़ा स्कोर है। भारत ने निर्धारित 50 ओवर में पांच विकेट खोकर ऑस्ट्रेलिया को 353 रनों का लक्ष्य दिया। धवन ने इस अहम मुकाबले में शतकीय पारी खेली और अपनी टीम को विश्व कप में अब तक का चौथा सबसे बड़ा योग हासिल करने में मदद की।

इससे पहले किसी भी टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व कप में 350 या उससे अधिक रन नहीं बनाए थे। बहरहाल, पिछले मैच में साउथ अफ्रीका के खिलाफ शतकीय पारी खेलने वाले रोहित शर्मा और धवन ने भारत को सधी हुई शुरुआत दिलाई। दोनों बल्लेबाजों ने पहले 10 ओवर में पिच को परखा। शुरुआत में दोनों धीमे रहे लेकिन बाद में तेजी से रन बनाए। दोनों के बीच पहले विकेट के लिए 127 रनों की बेहतरीन साझेदारी हुई।

शर्मा को 57 के निजी स्कोर पर विकेटकीपर के हाथों कैच आउट कराकर नाथन कल्टर नाइल ने भारत को पहला झटका दिया। 70 गेंदों पर तीन चौके और एक छक्का लगाने वाले शर्मा के पविलियन लौटने के बाद कप्तान विराट कोहली पिच पर आए और उन्होंने भारतीय पारी को आगे बढ़ाया।

कोहली ने धीमी शुरुआत की। उन्होंने दूसरे छोर पर खड़े धवन को अधिक स्ट्राइक दी और सलामी बल्लेबाज ने भी उन्हें निराश नहीं किया। उन्होंने वनडे में अपना 17वां जबकि विश्व कप मुकाबलों में तीसरा शतक जड़ा। धवन (117) का महत्वपूर्ण विकेट मिशेल स्टार्क ने चटकाया। कोहली और धवन के बीच 93 रनों की साझेदारी हुई। धवन ने 109 गेंदों की अपनी पारी में 16 चौके लगाए।

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इसके बाद, कोहली ने हरफनमौला खिलाड़ी हार्दिक पंड्या के साथ मिलकर तेजी से भारतीय पारी को आगे बढ़ाया। अंत के 10 ओवरों में दोनों बल्लेबाजों ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की जमकर खबर ली। दोनों बल्लेबाज मिलकर भारत के कुल योग को 300 के पार ले गए। तेजी से रन बनाने के चक्कर में पंड्या 48 के निजी स्कोर पर पैट कमिंस का शिकार हुए। उन्होंने 27 गेंदों की अपनी पारी में चार चौके और तीन छक्के जड़े। पंड्या और कोहली के बीच 81 रनों की साझेदारी हुई।

महेंद्र सिंह धोनी को 27 के निजी स्कोर पर स्टॉयनिस ने आउट किया। स्टोइनिस ने कोहली को भी पवेलियन भेजा। भारतीय कप्तान ने 77 गेंदों पर चार चौके और 2 छक्के की मदद से 82 रन बनाए। लोकेश राहुल 11 रन बनाकर नाबाद रहे। ऑस्ट्रेलिया की ओर से कमिंस, स्टार्क, कूल्टर नाइल को 1-1 विकेट मिला जबकि स्टॉयनिस ने 2 विकट चटकाए।