आतंक पर भारत के रुख से का समर्थन करते हुए, अमेरिका ने कहा है कि पाकिस्तान को अपनी धरती पर मौजूद आतंकवादी बुनियादी ढांचे को खत्म करने के लिए "ठोस कार्रवाई" करनी चाहिए और अपनी धरती पर आतंकवादी समूहों को सुरक्षित पनाहगाह उपलब्ध कराना बंद करना चाहिए। अमेरिकी विदेश मंत्री माइकल आर पोम्पिओ ने सोमवार 11 मार्च को भारत के विदेश सचिव विजय गोखले से मुलाकात के बाद पाक-स्थित इन आतंकी संगठनों के बारे में अपना रुख स्पष्ट किया।
गोखले रविवार (10 मार्च) को अमेरिका पहुंचे। वह अमेरिकी विदेश मंत्री पोम्पिओ, विदेश मंत्रालय में राजनीतिक मामलों के उपमंत्री डेविड हेले और मंत्रालय में शस्त्र नियंत्रण एवं अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मामलों की उपमंत्री एंड्रिया थॉम्पसन के साथ द्विपक्षीय विदेश कार्यालय परामर्श और रणनीतिक सुरक्षा वार्ता करने के लिए यहां आए हैं।
विदेश मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि वे दोनों इस बात पर सहमत हुए कि पाकिस्तान को आतंकी ढांचों को नेस्तनाबूद करने और अपनी सरजमीं पर सभी आतंकी संगठनों के पनाहगाह को बंद करने के लिए ठोस कार्रवाई करने की जरूरत है। वे इस बात पर भी सहमत हुए कि जो लोग/देश किसी भी रूप में आतंकवाद का समर्थन करते हैं, या बढ़ावा देते हैं उन्हें जवाबदेह ठहराया जाए।
पोम्पियो पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के नेतृत्व से संपर्क में थे तथा उन्होंने घटनाक्रमों की निगरानी की थी ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि दक्षिण एशिया में सुरक्षा स्थित बदतर ना हों। गोखले और पोम्पियो ने अफगानिस्तान और भारत - प्रशांत क्षेत्र में सहयोग के परस्तर हितों के मुद्दों सहित अन्य विषयों पर भी चर्चा की। विदेश सचिव ने इस बात का जिक्र किया कि पिछले तीन बरसों में व्यापार घाटा में महत्वपूर्ण कमी आई है।
पाकिस्तानी आतंकी संगठन 'जैश ए मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा एक वैश्विक आतंकवादी घोषित कराने के लिए भारत के कोशिशें तेज करने के बीच गोखले इस यात्रा पर हैं। बयान में कहा गया है कि प्रथम मंत्री स्तरीय 2+2 वार्ता के लिए सितंबर 2018 में अमेरिकी विदेश मंत्री पोम्पियो के भारत की यात्रा करने के बाद से भारत - अमेरिका रणनीतिक साझेदारी की गुणवत्ता तथा इस दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति पर दोनों देशों ने संतोष प्रकट किया।
Washington, DC: Foreign Secretary Vijay Gokhale called on US Secy of State Michael R Pompeo today.They expressed satisfaction over significant progress & quality of India-US Strategic Partnership since Secy Pompeo's visit to India in Sept '18 for 1st ever Ministerial 2+2 Dialogue pic.twitter.com/uWiGTN7zby
— ANI (@ANI) March 11, 2019
विदेश सचिव ने पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत को अमेरिका से मिले समर्थन को लेकर अमेरिकी सरकार और पोम्पियो की सराहना की। पोम्पियो ने सीमा पार (पाकिस्तान) से होने वाले आतंकवाद के बारे में भारत की चिंताओं को समझने की बात कही। पाकिस्तान के बालाकोट में 'जैश ए मोहम्मद के ठिकाने पर भारतीय वायुसेना के हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ने के मद्देनजर इस वार्ता को अहम माना जा रहा है।
हालांकि, प्रोटोकॉल के मुताबिक पोम्पियो का गोखले से मिलना असमान्य है लेकिन पिछले कुछ बरसों में अमेरिकी विदेश मंत्री ने गोखले के पूर्वाधिकारी एस जयशंकर से भी मुलाकात की थी। विदेश विभाग के उप प्रवक्ता राबर्ट पल्लाडिनो ने पिछले मंगलवार को एक न्यूज क्रांफेंस में कहा था कि विदेश मंत्री पोम्पियो ने दोनों देशों (भारत और पाकिस्तान) के बीच तनाव दूर करने में अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने कहा था कि पोम्पियो ने प्रत्यक्ष रूप से कूटनीतिक वार्ता की थी और दोनों देशों के बीच तनाव दूर करने में अहम भूमिका निभाई थी।
अपनी यात्रा के दौरान विदेश सचिव द्वारा अमेरिकी प्रशासन और अमेरिकी कांग्रेस के वरिष्ठ अधिकारियों से भी मुलाकात की संभावना है। गोखले और पोम्पियो की वार्ता से पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने अमेरिकी राष्ट्रीय सुलाहकार जॉन बोल्टन से फोन पर बात की तथा उन्हें पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत के साथ तनाव दूर करने के लिए इस्लामाबाद द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी दी।