भारतीय वायु सेना (आईएएफ) ने गुरुवार को कहा कि उसने असम के जोरहाट से उड़ान भरने के बाद अरुणाचल प्रदेश में लापता हुए एएन-32 विमान का पता लगाने के लिए खोज अभियान तेज कर दिया है और इसके लिए और अधिक संसाधनों को काम पर लगाया है। समाचार एजेंसी भाषा के मुताबिक, वायुसेना ने अपने अभियान में स्थानीय लोगों और पुलिस एजेंसियों को भी शामिल किया है।
सोमवार रात 12.27 बजे रूस-निर्मित यह विमान मेचुका एडवांस्ड लैंडिंग ग्राउंड के लिए जोरहाट से रवाना हुआ। जमीनी नियंत्रण कक्ष से इसका आखिरी संपर्क दोपहर एक बजे हो पाया था। विमान में चालक दल के कुल आठ सदस्य और पांच यात्री सवार थे। तीनों सशस्त्र बलों ने विमान का पता लगाने के लिए अपने-अपने संसाधनों को लगाया है।
IAF on missing AN 32 aircraft: Search parties have been encountering thick forests as they tirelessly search every part of a very difficult terrain.The search by parties on foot & night capable aircraft will continue through the night & satellites data is being analysed regularly https://t.co/TtufCI4Jgi
— ANI (@ANI) June 6, 2019
हालांकि, दुर्गम इलाके और खराब मौसम के कारण खोज एवं बचाव (एसएआर) अभियान के संचालन में दिक्कत आ रही हैं, जिसके कारण अब तक कुछ खास पता नहीं चल सका है। सूत्रों के अनुसार, लापता विमान में बचाव दल को आपातकालीन लोकेटर बीकन से कोई संकेत नहीं मिला है और ऐसी संभावना है कि उपकरण काम नहीं किया होगा।
उन्होंने कहा कि भारतीय वायुसेना ने चार एमआई-17 हेलीकॉप्टर, तीन उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर, जिनमें से दो सेना के है, दो सुखोई-30 विमान, एक सी-130 मालवाहक विमान और सेना के एक मानव रहित वाहन को खोज अभियान में लगाया है।
सूत्रों ने बताया कि शुक्रवार को दो चीता हेलिकॉप्टरों को भी खोज अभियान में लगाया जाएगा। भारतीय वायु सेना के अधिकारियों ने कहा कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के कार्टोसैट और रीसैट उपग्रह मेचुका के आसपास के क्षेत्र की तस्वीरें ले रहे हैं, ताकि विमान को खोजने में मदद मिल सके।