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गुरुवार, 23 मई का दिन ढलने तक 17वीं लोकसभा के लिए हुए चुनावों में मतगणना के बाद यह पता चल जाएगा कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सत्ता में वापसी होगी, जैसा कि सभी एग्जिट पोल ने इशारा किया है या फिर विपक्ष के दावे सही साबित होंगे। देश के करीब 90.99 करोड़ मतदाताओं में से 67.11 ने मतदान के अधिकार का प्रयोग किया। भारतीय चुनाव इतिहास में यह सर्वाधिक मतदान है। 8000 से ज्यादा उम्मीदवारों ने 542 लोकसभा सीटों के लिए अपना भाग्य आजमाया।

निर्वाचन आयोग ने सुबह 8 बजे वोटों की गिनती का काम शुरू कर दिया है और कुछ देर बाद रुझान आने शुरू हो जाएंगे। हालांकि इस बार वीवीपैट का मिलान भी किया जाएगा इसलिए अंतिम नतीजे आने में थोड़ी देर हो सकती है।

इस बार सात चरणों में 543 में से 542 लोकसभा सीटों के लिए वोट डाले गए। तमिलनाडु की वैल्लोर सीट पर वोट धनबल के अधिक प्रयोग के चलते चुनाव रद्द कर दिए गए। सात चरणों मे हुए चुनावों में आखिरी चरण का मतदान 19 मई को हुआ। इसके बाद आए अधिकतर एग्जिट पोल में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी नीत राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को जीतते हुए दिखाया गया। हालांकि विपक्षी पार्टियों ने इन एग्जिट पोल के आंकड़ों को गलत बताया।

वोटों की गिनती का काम सुबह 8 बजे शुरू हो गया है। सबसे पहले पोस्टल बैलट की गिनती होगी। इसके बाद करीब 8:30 बजे से इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों की गिनती शुरू होगी। माना जा रहा है कि सुबह 9 बजे से पहले रुझान मिलने शुरू हो जाएंगे।

लोकसभा के साथ-साथ चार राज्यों के विधानसभा चुनावों के नतीजे भी घोषित किए जाएंगे। ये राज्य हैं- आंध्र प्रदेश, ओडिशा, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश। इन राज्यों में लोकसभा के साथ ही विधानसभा के लिए भी वोट डाले गए थे।

ईवीएम से जुड़ी शिकायतों पर नजर रखने के लिए केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने नई दिल्ली के निर्वाचन सदन में 24 घंटे का एक ईवीएम कंट्रोल रूम बनाया है। मतगणना के दिन ईवीएम से जुड़ी कोई भी शिकायत इस कंट्रोल रूम में की जा सकेगी। इस कंट्रोल रूम का नंबर 011-23052123 है।

हर विधानसभा क्षेत्र से पांच ईवीएम के वोट और वीवीपैट की पर्चियों का मिलान किया जाएगा। इस पूरी प्रक्रिया में पांच से छह घंटे अतिरिक्त लग सकते हैं। दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी रणबीर सिंह ने कहा है कि लोकसभा चुनावों के नतीजों में पांच से छह घंटे की देरी हो सकती है। एक बार जब ईवीएम की गिनती पूरी हो जाएगी तब सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों द्वारा वीवीपैट की गिनती की जाएगी।

चुनाव आयोग ने सभी मतदाताओं को आश्वस्त किया है कि पूरी प्रक्रिया जिसमें वोटों की गिनती, स्ट्रॉन्ग रूम और मतगणना केंद्रों की सुरक्षा पूरी तरह निष्पक्ष तरीके से की गई है। चुनाव आयोग ने इसके साथ ही 22 पार्टियों की ईवीएम के वोटों से पहले वीवीपैट की पर्चियों को गिनने की मांग को खारिज कर दिया।

पोल पैनल पूरे देश के मतगणना केंद्रों पर कड़ी नजर बनाकर रखे हुए है। मतगणना से पहले ईवीएम स्ट्रॉन्ग रूम पर त्रि-स्तरीय सुरक्षा का बंदोबस्त किया गया है। इसके अलावा मतगणना पर भी सीसीटीवी कैमरों के द्वारा निगरानी रखी जाएगी। गुरुवार को मतगणना केंद्र के 100 मीटर के दायरे से ही त्रि-स्तरीय सुरक्षा शुरू हो जाएगी। इसके बाद एक मिडल लेयर होगी और आखिर में एक और स्तर पर सुरक्षा के इंतजाम होंगे।

मतगणना से एक दिन पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को देश के हिंसा की आशंका से निपटने के लिए पर्याप्त कदम उठाने के लिए कहा। केंद्र ने सभी राज्यों से काउंटिंग स्थल और ईवीएम स्ट्रॉन्ग रूम्स की सुरक्षा बढ़ाने के लिए पर्याप्त कदम उठाने को कहा। गृह मंत्रालय ने गुरुवार को काउंटिंग के दिन देश के अलग-अलग हिस्सों में हिंसा भड़कने की आशंका के मद्देनजर सभी राज्यों के मुख्य सचिवों और पुलिस प्रमुखों को आगाह किया है। मंत्रालय ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को कानून और व्यवस्था व शांति बनाए रखने को कहा है।

लोकसभा चुनाव सात चरणों में करवाए गए। इसकी शुरुआत 11 अप्रैल को हुई और 19 मई को आखिरी चरण के वोट डाले गए। चुनाव आयोग ने 10 मार्च को मतदान की तारीखों का ऐलान किया था। इसके बाद से ही देश में चुनाव आचार संहिता लागू हो गई।