कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए भारत में लागू 21-दिन के लॉकडाउन (बंद) के शनिवार को अपनी आधी अवधि पूरी करने के साथ ही कुछ राज्यों, रेलवे और एयरलाइन संचालकों ने 15 अप्रैल से चरणबद्ध तरीके से प्रतिबंधों को कम करने के उपायों पर विचार करना शुरू कर दिया है।
इसके साथ ही, केंद्र सरकार ने कोविड-19 महामारी को नियंत्रित करने के लिए एक सामूहिक रोकथाम रणनीति तैयार की है, जिसके तहत मामलों की जल्द पहचान करके चिह्नित भौगोलिक क्षेत्र तक ही सीमित करने, प्रसार की श्रृंखला को तोड़ने और नए क्षेत्रों में इसके प्रसार को रोकने जैसे उपाय किए गए हैं।
सूत्रों के अनुसार, रेलवे के सभी 17 जोन और संभाग 15 अप्रैल से परिचालन की चरणबद्ध तरीके से शुरु करने की योजना तैयार कर रहे हैं। लॉकडाउन के कारण यात्री सेवाओं को 25 मार्च से 21 दिनों के लिए निलंबित कर दिया गया है। रेलवे के एक अधिकारी ने कहा कि यात्री ट्रेन सेवाओं की बहाली पर कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्रियों से कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिये अगले कुछ सप्ताह तक लोगों की जांच करने, संक्रमितों का पता लगाने, उन्हें पृथक रखने जैसे उपायों पर ध्यान देने को कहा ताकि जीवन का नुकसान कम से कम हो, यह सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने लॉकडाउन समाप्त होने के बाद सड़कों पर लोगों की आवाजाही ''क्रमबद्ध ढंग'' से सुनिश्चित करने के बारे में राज्यों से साझा रणनीति बनाने को भी कहा था।
राज्य सरकारों द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, कोविड-19 से हुई मौतों की संख्या शनिवार को 100 के करीब पहुंच गई और संक्रमितों की संख्या 3,000 के पार चली गई। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने शनिवार को कहा कि कोरोना वायरस को रोकने के लिये देशभर में लागू किए लॉकडाउन को प्रदेश सरकार चरणबद्ध तरीके से हटाने पर विचार कर रही है।
टोपे ने एक सीधे वेब प्रसारण में कहा, "इस बात पर चर्चा चल रही है कि क्या चरणबद्ध तरीके से लॉकडाउन में छूट दी जा सकती है। इस दौरान कड़े नियमों का पालन किया जाएगा।" इससे पहले उन्होंने कहा था कि प्रदेश के लोग अगर अनुशासन में नहीं रहेंगे और कोविड-19 के मामले बढ़े तो महाराष्ट्र सरकार 15 अप्रैल से लॉकडाउन को नहीं हटाएगी। राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन 14 तारीख को खत्म हो रहा है।
इस बीच, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि राज्य में लॉकडाउन 14 अप्रैल के बाद हटेगा या नहीं, यह लोगों द्वारा सरकारी निर्देशों के अनुपालन पर निर्भर करेगा। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में राजनीतिक, धार्मिक या खेलकूद से जुड़े कार्यक्रमों की अगले नोटिस तक इजाजत नहीं होगी ताकि कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर लोगों का आपस में मिलना-जुलना न हो।
महाराष्ट्र में संक्रमण के मामलों में तीव्र वृद्धि दर्ज की गई और वहां यह संख्या 537 पहुंच गई है, जबकि राज्य में अब तक 26 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, राजस्थान, असम, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश और गुजरात में भी शुक्रवार रात से कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में वृद्धि दर्ज की गई। हालांकि, गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान और कर्नाटक में अधिक मौतें दर्ज की गई।
बहरहाल, केंद्र सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि तीन हफ्तों के राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन को लागू करने के लिये सभी उपाय किये जा रहे हैं। साथ ही, आवश्यक वस्तुओं एवं सेवाओं की आपूर्ति 'संतोषजनक' है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने संवाददताओं से कहा कि केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिख कर यह सुनिश्चित करने को कहा है कि आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति लॉकडाउन की अवधि के दौरान बाधित नहीं हो।
सस्ती उड़ान सेवा देने वाली प्रमुख कंपनी एयर एशिया इंडिया 15 अप्रैल से टिकटों की बुकिंग शुरू करेगी। हालांकि कंपनी ने कहा कि यह नागर विमानन नियामक डीजीसीए के इस संबंध में किसी नए दिशानिर्देश नहीं आने पर निर्भर करेगा।कोरोना वायरस के सामुदायिक फैलाव को रोकने के लिए देश में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर 14 अप्रैल तक रोक है। इसलिए अधिकतर विमानन कंपनियों ने 15 अप्रैल के बाद की बुकिंग करना शुरू कर दिया है।
हालांकि शुक्रवार को एअर इंडिया ने 30 अप्रैल तक बुकिंग नहीं लेने की घोषणा की थी। एयरएशिया ने पीटीआई-भाषा से शनिवार को कहा कि यात्री 15 अप्रैल के बाद की यात्रा टिकट बुक कर सकते हैं। हालांकि इसमें नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के किसी नए निर्देश के बाद बदलाव हो सकता है।
नागर विमानन सचिव प्रदीप सिंह खरोला ने बृहस्पतिवार को कहा था कि विमानन कंपनियां 14 अप्रैल के बाद से टिकट बुक कर सकती हैं। इंडिगो, स्पाइसजेट और गोएयर ने कहा कि वे 15 अप्रैल से घरेलू उड़ानों के लिए टिकटों की बुकिंग की प्रक्रिया शुरू कर रहे हैं। स्पाइसजेट और गोएयर ने यह भी कहा है कि उन्होंने एक मई से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए टिकट बेचना शुरू कर दिया है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के अधिकारियों के साथ लॉकडाउन के बाद की विस्तृत कार्ययोजना पर चर्चा की। राज्य सरकार द्वारा जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया है, ''राज्य की सीमाएं अंतरराष्ट्रीय, अंतर-राज्यीय हैं। इस प्रकार, इन स्थानों पर गतिविधियों पर ध्यान देना होगा।''
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है. यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है.