कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार, 10 अप्रैल को उत्तर प्रदेश में अपने परंपरागत गढ़ अमेठी से नामांकन दाखिल किया। गौरतलब है कि उन्होंने यह नामंकम लोकसभा 2019 के चुनावों के पहले दौर के मतदान से एक दिन पहले ही किया है, जो गुरुवार, 11 अप्रैल को 24 घंटे से भी कम समय में शुरू होगा। इस दौरान उनके साथ उनकी मां और यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और बहन प्रियंका गांधी वाड्रा जो पूर्वी यूपी की कांग्रेस महासचिव भी हैं, मौजूद रहीं।
नामांकन से ठीक पहले आयोजित करीब तीन किलोमीटर लंबा रोड शो करके राहुल गांधी ने अपनी ताकत का अहसास कराया। तीन किमी लंबे इस रोड शो के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने फूल और मालाओं के साथ राहुल गांधी का जोरदार स्वागत किया। राहुल गांधी, प्रियंका और रॉबर्ट वाड्रा ने हाथ हिलाकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं का अभिवादन किया। रोड शो के बाद राहुल गांधी ने कलेक्ट्रेट कार्यालय में अपना पर्चा दाखिल किया।
#WATCH Congress President Rahul Gandhi holds road show in Amethi. Priyanka Gandhi Vadra along with her husband Robert Vadra, son Raihan and daughter Miraya also present. #LokSabhaElections2019 pic.twitter.com/edDv8W7aHl
— ANI UP (@ANINewsUP) April 10, 2019
बता दें कि राहुल गांधी केरल के वायनाड से भी चुनाव लड़ रहे हैं। अमेठी में उनका मुकाबला बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी से होगा। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पहली बार दो लोकसभा सीटों से चुनाव लड़ रहे हैं। इससे पहले सोनिया और प्रियंका गांधी राहुल के नामांकन में शामिल होने के लिए मंगलवार रात ही अमेठी पहुंच गई थीं।
राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक अमेठी में स्मृति इरानी से मिल रही कड़ी टक्कर को देखते हुए नामांकन भरने से ठीक पहले रोड शो के जरिए राहुल गांधी ने अपने समर्थकों को लुभाने की कोशिश की। राहुल के रोड शो में कई दिग्गज नेता शामिल हैं। राहुल गांधी अमेठी से लगातार 3 बार सांसद चुने गए हैं। 2004 में उन्होंने पहली बार यहां से जीत हासिल की थी। फिर 2009 में और 2014 में भी वह इस सीट से संसद पहुंचे।
2014 में बीजेपी ने राहुल के खिलाफ स्मृति इरानी को टिकट दिया था। स्मृति के लिए चुनाव प्रचार करने खुद पीएम नरेंद्र मोदी भी अमेठी गए थे। इस बार भी राहुल के सामने स्मृति इरानी चुनौती देंगी। अमेठी से अपना रिश्ता दिल से होने की बात राहुल गांधी कई बार कह चुके हैं। यह सीट एक तरह से उनके परिवार की सीट रही है। इसी सीट से उनके चाचा संजय गांधी भी चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे। संजय की मौत के बाद 1981 में इस सीट पर उच-चुनाव हुए और तब राजीव गांधी से यहां से चुनकर संसद गए। राहुल और प्रियंका खुद कई बार चुनाव प्रचार के दौरान अमेठी से खास रिश्ता होने की बात करते रहे हैं।