सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीरTwitter/@INCIndia

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को मोदी सरकार पर सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (पीएसयू) का अपने 'सूट-बूट वाले मित्रों' के साथ मिलकर निजीकरण करने का आरोप लगाया. राहुल ने कहा कि वह सरकारी कर्मचारियों के साथ इसके विरोध में कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं.

राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चीजों को बेचने वाले के संदर्भ में 'बेचेंद्र मोदी' बताया. उन्होंने कहा, "बेचेंद्र मोदी देश के पीएसयू का सूट-बूट वाले मित्रों के साथ बंदरबांट कर रहे हैं, जिसे देश ने वर्षों की मेहनत से खड़ा किया है. ये लाखों पीएसयू कर्मचारियों के लिए अनिश्चितता और भय का समय है. मैं इस लूट के विरोध में उन सभी कर्मचारियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा हूं."

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने अपने ट्वीट के साथ प्रधानमंत्री का माखौल उड़ाते हुए एक कार्टून भी संलग्न किया, जिसमें प्रधानमंत्री कर्ज में फंसे एयर इंडिया, बीपीसीएल व देश को बेचने की कोशिश करते दिख रहे हैं.

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Twitter / @RahulGandhi

बीते कुछ दिनों से केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर सार्वजनिक उपक्रमों के संस्थानों के निजीकरण का आरोप लग रहा है. रेलवे, उड्डयन, अस्पताल और संचार जैसे सार्वजनिक उपक्रमों के निजीकरण पर लगातार सवाल खड़े किए जा रहे हैं.

हालांकि सरकार साफ तौर पर इससे मुकरती आई है. सरकार ने हर बार साफ किया है कि इन क्षेत्रों में निवेश कराने की तैयारी है न कि निजीकरण करने की.

पिछले महीने एयर इंडिया के विनिवेश की तैयारियों के लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की अगुवाई में गुरुवार को मंत्रियों के समूह (जीओएम) की बैठक हुई, जिसमें राष्ट्रीय विमानन कंपनी की बिक्री से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की गई और प्रक्रिया में तेजी लाने का फैसला किया गया.

पिछले दिनों कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि सरकारी तेल कंपनी भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) का सरकार निजीकरण करेगी. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएसयू को लेकर ऐसे समय में ट्वीट किया है जब बीपीसीएल के कर्मचारी निजीकरण के खिलाफ हड़ताल पर जाने की योजना बना रहे हैं.

साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी आईएएनएस द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है। यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है।