राजस्थान के उदयपुरवाटी से बीएसपी विधायक राजेन्द्र गुढ़ा
राजस्थान के उदयपुरवाटी से बीएसपी विधायक राजेन्द्र गुढ़ाTwitter / @ANI

मायावती की बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के एक विधायक ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ सनसनीखेज बयान दिया है। गुरुवार, 1 अगस्त को राजस्थान विधानसभा में उस वक्त लोग हैरान रह गए जब बहुजन समाज पार्टी के विधायक राजेंद्र गुढ़ा ने अपनी ही पार्टी पर पैसे लेकर टिकट देने का आरोप लगा डाला। राजेंद्र ने दावा किया कि बीएसपी में जो ज्यादा पैसे दे देता है, उसे टिकट दे दिया जाता है। उनके इस बयान का वीडियो न्यूज एजेंसी एएनआई ने जारी किया है। राजेंद्र गुढ़ा उदयपुरवाटी से बसपा विधायक हैं।

चुनाव में पैसे और ताकत के दुरुपयोग से चुनाव पर प्रभाव के मुद्दे पर राजेन्द्र गुढ़ा ने विधानसभा में कहा, 'बीएसपी में पैसे लेकर टिकट दिया जाता है, कोई और ज्यादा पैसे देता है तो पहले का टिकट काटकर दूसरे को दे दिया जाता है, तीसरा कोई ज्यादा पैसे दे देता है तो दोनों का टिकट कट जाता है।'

राजेंद्र ने कहा कि पैसे से चुनाव प्रभावित हो रहे हैं। गरीब आदमी चुनाव नहीं लड़ सकता। पार्टियों में टिकट के लिए पैसे का लेन-देन होता है, हमारी पार्टी में भी होता है। इन बातों के बीच विधानसभा में मौजूद उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा इस पर तो मायावती ही स्पष्ट जवाब दे सकती हैं। उन्होंने यह भी कहा, 'बीएसपी के बारे में सभी जानते हैं, अब तो खुद उनके नेता ने यह बात कबूली है। यह निंदनीय है।'

विधानसभा में कही गई अपनी बात पर राजेंद्र गुढ़ा बाद में भी कायम रहे। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, 'विधानसभा में चुनाव से जुड़ी एक चर्चा हो रही थी। आजकल चुनावों को पैसे और बाहुबल की ताकत प्रभावित करती है। वे (बीएसपी) पैसे लेकर टिकट देते हैं।'

बीएसपी विधायक ने कहा, 'एक गरीब आदमी चुनाव नहीं लड़ सकता। राजनीतिक पार्टियां चुनाव लड़ाने के लिए पैसे लेती हैं। मेरी पार्टी सबसे ज्यादा बोली लगाने वाले को टिकट देती है।'

यह पहली बार नहीं है जब  की बहुजन समाज पार्टी पर पैसे लेकर टिकट बांटने का आरोप लगा हो। इससे पहले कई नेता बसपा पर यह आरोप लगा चुके हैं। पिछले साल उत्तर प्रदेश विधान परिषद के पूर्व सदस्य मुकुल उपाध्याय ने आरोप लगाया था कि बसपा सुप्रीमो मायावती ने उन्हें अलीगढ़ से टिकट देने के बदले पैसे मांगे थे।

बसपा से निकाले गए उपाध्याय ने कहा था कि मायावती ने उन्हें टिकट देने के एवज में 5 करोड़ रुपये मांगे थे। साल 2016 में दो पार्टी विधायकों ने पैसे लेकर टिकट देने के आरोप लगाए थे। हालांकि बसपा की ओर से हमेशा इसका खंडन किया गया।

रोमी साहनी और ब्रजेश वर्मा ने आरोप लगाया था कि बसपा की बदनामी इसलिए हो रही है क्योंकि पार्टी टिकट के लिए पैसा मांगा जा रहा है। यह बीआर आंबेडकर और कांशीराम के विचारों के खिलाफ है। दोनों का आरोप था कि 2017 के यूपी विधानसभा में टिकट पाने के लिए उनसे पैसे मांगे गए थे। उनका आरोप था कि बसपा के टिकट के लिए 2 से 10 करोड़ रुपये मांगे जा रहे हैं और मौजूदा विधायकों को भी बख्शा नहीं जा रहा है।

साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है। यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है।