दुनियाभर में कोरोना वायरस के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं और यह जानलेवा वायरस अबतक 7000 से ज्यादा लोगों की जान ले चुका है और दो लाख से ज्यादा लोग इससे संक्रमित हैं. इस महामारी के खौफ से इतर उम्मीद जगाती खबरें भी मिल रही हैं. चीन, इटली, भारत समेत कई देशों में लोग इस बीमारी को मात भी दे रहे हैं. हालांकि यह आंकड़ा कम है.
भारत में 171 लोग अभी तक इस बीमारी की चपेट में आ चुके हैं. तीन लोगों की मौत हो चुकी है. 14 मरीज ठीक भी हुए हैं.
राजस्थान के झुंझुनू में एक दंपति और उनकी दो साल की बेटी की टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद राज्य सरकार ने एहतियात बरतते हुए उनके घर के एक किलोमीटर के दायरे में कर्फ्यू लगा दिया है.
कोरोना वायरस की चपेट में आया यह परिवार बीते 8 मार्च को इटली से लौटा था. वहां से लौटते ही सरकार ने उनकी जांच के लिए सैंपल लिए और टेस्ट के लिए जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल भिजवाया. जांच में उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई.
राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर रघु शर्मा ने कहा कि परिवार को इलाज के लिए जयपुर लाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जो भी लोग परिवार के संपर्क में आया था, उन सभी की स्क्रीनिंग की जाएगी.
बता दें कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हाल ही में कोरोना वायरस से निपटने के लिए एक हाई लेवल मीटिंग बुलाई थी. मीटिंग में उन्होंने वायरस को फैलने से रोकने के लिए अधिकारियों को सभी तरह के एहतियात बरतने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने सभी स्कूलों में पैरेंट्स-टीचर्स मीटिंग और प्रवेश प्रक्रिया पर 31 मार्च तक रोक के आदेश दिए हैं.
सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वह लाउडस्पीकर के जरिए लोगों को धार्मिक जगहों या पब्लिक प्लेस पर जमा न होने की अपील करें. उन्होंने राज्य की सभी प्राइवेट और सरकारी लाइब्रेरीज़ को भी बंद करने के आदेश दिए हैं.
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए हैं कि जयपुर के अलावा अजमेर, कोटा, भरतपुर और झुंझुनू में भी टेस्ट कराए जाने की सुविधा उपलब्ध की जाए.
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है. यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है.