सांकेतिक तस्वीरREUTERS/Dado Ruvic

देश में राजनीतिक दलों ने इस साल फरवरी से लेकर अब तक फेसबुक और गूगल आदि डिजिटल मंचों पर प्रचार के मद में 53 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए। इसमें सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की हिस्सेदारी सर्वाधिक रही। फेसबुक की विज्ञापन से जुड़ी रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल फरवरी की शुरुआत से लेकर 15 मई तक उसके मंच पर 1.21 लाख राजनीतिक विज्ञापन चले।

इन विज्ञापनों पर राजनीतिक दलों ने 26.5 करोड़ रुपये खर्च किए। इसी तरह गूगल, यूट्यूब और उसकी सहायक कंपनियों पर 19 फरवरी से अब तक 14,837 विज्ञापनों पर राजनीतिक पार्टियों ने 27.36 करोड़ रुपये खर्च किए। सत्तारूढ़ बीजेपी ने फेसबुक पर 2,500 से अधिक विज्ञापनों पर 4.23 करोड़ रुपये खर्च किए।

'माय फर्स्ट वोट फॉर मोदी', 'भारत के मन की बात' और 'नेशन विद नमो' जैसे पेज ने भी सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट पर विज्ञापनों पर चार करोड़ रुपये खर्च किए। गूगल के मंचों पर भाजपा ने 17 करोड़ रुपये से अधिक व्यय किए। कांग्रेस ने फेसबुक पर 3,686 विज्ञापनों पर 1.46 करोड़ रुपये खर्च किए। वहीं गूगल पर 425 विज्ञापनों पर राहुल गांधी की अगुवाई वाली पार्टी का व्यय 2.71 करोड़ रुपये रहा।

फेसबुक के आंकड़ों के मुताबिक तृणमूल कांग्रेस ने उसके मंच पर विज्ञापनों पर 29.28 लाख रुपये खर्च किए। आम आदमी पार्टी (आप) ने फेसबुक पर 176 विज्ञापन चलाए और इसके लिए उसने 13.62 लाख रुपये का भुगतान किया। वहीं, गूगल के मुताबिक उसके मंच पर ऑबर्न डिजिटल सॉल्यूशंस आप के लिए विज्ञापन कर रही है और उसने 19 मई के बाद 2.18 करोड़ रुपये का भुगतान किया।

उल्लेखनीय है कि भारत की 17वीं लोकसभा के चुनाव के लिए मार्च में तारीखों की घोषणा हुई थी और रविवार को सातवें एवं अंतिम चरण का मतदान हो रहा है। मतों की गणना 23 मई को होगी।