उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) और दिल्ली की जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी में दलितों के लिए आरक्षण की मांग की है. उन्होंने कहा कि जो लोग दलितों के लिए चिंतित हैं, उन्हें इस मुद्दे को उठाना चाहिए.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, सीएम योगी ने सवाल किया कि यदि बीएचयू में दलितों को आरक्षण दिया जा सकता है तो अल्पसंख्यकों द्वारा संचालित संस्थानों में क्यों नहीं.
Those who are saying that Dalits are being discriminated against must be asked when will they raise issue of reservation for Dalits in Aligarh Muslim University & Jamia Millia University? When BHU can provide reservation for Dalits & backward students, why not AMU?: UP CM (24.06) pic.twitter.com/U22xmcxxQp
— ANI UP (@ANINewsUP) June 25, 2018
उन्होंने इस मुद्दे को उठाने के लिए सभी दलितों चिंतित का आह्वान किया और तर्क दिया कि यदि बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) जैसे संस्थान दलितों के लिए आरक्षण प्रदान कर सकते हैं तो मुस्लिम संस्थान क्यों नहीं. उन्होंने कहा कि एक सवाल यह भी पूछा जाना चाहिए कि आखिर दलित भाइयों को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी और जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी में भी आरक्षण का लाभ मिलना चाहिए.
उन्होंने सवाल किया कि कुछ लोग बिना किसी आधार के दलितों के हिमायती बन रहे हैं. उन्होंने कहा, 'जो लोग कह रहे हैं कि दलितों के खिलाफ भेदभाव किया जा रहा है, उनसे पूछा जाना चाहिए कि वे अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) और जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी में दलितों के लिए आरक्षण जारी करेंगे?'
उन्होंने कहा, 'जो जितना बड़ा भ्रष्टाचारी है, वह सदाचार का प्रवचन कर रहा है. जो जितना बड़ा जातिवादी है, वह सामाजिक न्याय की बात कर रहा है, और जो जितना बड़ा सांप्रदायिक है वह मानवतावादी होने का प्रवचन दे रहा है. इन विरोधाभासी स्थितियों का जवाब देने की तैयारी करनी होगी, अन्यथा हम भी इसके भुक्तभोगी होंगे.'