उत्तर प्रदेश में फर्रुखाबाद जिले के एक गाँव में नौ घंटे से अधिक समय तक आपराधिक पृष्ठभूमि वाले व्यक्ति द्वारा बंधक बनाये गए बच्चों को आख़िरकार सकुशल बचा लिया गया। पुलिस की इस कार्रवाई में आरोपी को भी ढेर कर दिया गया।
बच्चों को बंधक बनाने वाले की पहचान सुभाष बाथम के रूप में हुई। एडीजी यूपी रामाशास्त्री ने बताया कि पुलिस के साथ मुठभेड़ में गोली लगने से सुभाष की मौत हो गई जबकि उसकी पत्नी को चोटें आईं और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सुभाष ने गुरुवार को अपने बच्चे के जन्मदिन के बहाने आस-पास के करीब 20 बच्चों को घर में बुलाया और फिर अपनी बीवी और बच्चे समेत सभी बच्चों को बेसमेंट में बंद कर दिया था। बता दें कि यह आरोपी हत्या का दोषी है और हाल ही में पैरोल पर बाहर आया था।
दोपहर बाद जब कुछ स्थानीय अभिभावक अपने बच्च्चों को वापस ले जाने के लिए पहुंचे तो उसने घर का दरवाजा खोलने से इंकार कर दिया और अंदर से गोलीबारी शुरू कर दी। इस गोलीबारी में एक ग्रामीण के पैर में गोली लगी, जिसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया। साथ ही आरोपी ने घर के अंदर से कम तीव्रता वाला देसी बम भी फेंका।
उससे बात करने के लिए पुलिस ने उसके दोस्त की मदद ली जिसके बाद उसने 20 में से एक बच्चे को रिहा किया और डीएम के नाम एक खत भी बाहर भेजा। खत में उसने बताया था कि उसे पीएम आवास योजना के तहत घर और शौचालय देने से प्रधान ने इनकार कर दिया था। दूसरे अधिकारियों से शिकायत करने पर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। माना जा रहा है कि इससे नाराज होकर उसने बच्चों को बंधक बना लिया।
गृह सचिव अवनीश अवस्थी ने कहा: "आईजी, कानपुर रेंज, मोहित अग्रवाल, त्वरित प्रतिक्रिया टीम, विशेष ऑपरेशन समूह और यूपी पुलिस के आतंकवाद-निरोधी दस्ते की मदद से इस ऑपरेशन को अंजाम दिया गया और आख़िरकार नौ घंटे तक चले इस गतिरोध को ख़त्म किया।"
उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओपी सिंह ने कहा कि पुलिस ने पूरे ऑपरेशन को काफी सावधानी से अंजाम दिया ताकि बंधकों को किसी भी प्रकार का कोई नुकसान न पहुंचे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी पुलिस और सफलतापूर्वक ऑपरेशन को अंजाम देने वाली टीम के लिए 10 लाख रुपये इनाम का ऐलान किया है। ऑपरेशन में शामिल हर पुलिसकर्मी को प्रशस्ति-पत्र भी दिया जाएगा। यूपी डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि ऑपरेशन करीब 8 घंटे चला। उन्होंने बताया, 'हमने उससे लगातार बात करने की कोशिश की लेकिन हमें पता चला कि उसके पास फायरिंग की क्षमता है और विस्फोटक भी हैं। वह बम चलाने की धमकी भी दे रहा था।'