कुछ दिनों पहले कश्मीर में कथित मानवाधिकारों के उल्लंघन पर जारी हुई यूएन की रिपोर्ट को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. कनाडा में स्थित एक पाकिस्तानी इस्लामवादी ने दावा किया है कि वो लगातार रिपोर्ट बनाने वाले यूएन हाई कमिश्नर (मानवाधिकार) जिद राद अल हुसैन के संपर्क में था.
जफर बंगश इस्लामिक आंदोलन पत्रकार और यॉर्क इलाके की मस्जिद में इस्लामिक सोसायटी के इमाम है. मिसिसॉगा में कश्मीर मुद्दे पर एक कॉन्फ्रेंस में बंगश ने ये खुलासा करते हुए कहा "मैं आपको बता सकता हूं, और मैं ये विनम्रता और गर्व के साथ आपसे कह सकता हूं कि हम कश्मीर के दोस्तों की इस रिपोर्ट के तैयार होने में भूमिका था. यहां तक कि जिद राद अल के साथ मेरी व्यक्तिगत तौर पर बातचीत थी. साथ ही ईमेल के जरिए वो मेरे व्यक्तिगत खतों के जवाब देते थे. उन्होंने कहा था कि वह लाइन ऑफ कंट्रोल के दोनों ओर यानी कश्मीर और पीओके तक पहुंच बनाना चाहेंगे."
#WATCH: Zafar Bangash, Imam at Islamic Society of York Region's Mosque & a Pakistani Canadian, claims he had a role in producing UN Report on J&K; says 'We, the friends of Kashmir, also have a role in the production of this report.' #Canada pic.twitter.com/43i88ZD9ap
— ANI (@ANI) July 10, 2018
इस्लामाबाद में मौजूद अधिकारियों के साथ लॉबिंग और परामर्श को स्वीकार करते हुए बंगश ने आगे कहा "मैंने पाकिस्तान मे फॉरेन ऑफिस के प्रवक्ता से बातचीत के बाद जैद राद अल हुसैन से बातचीत की थी. टोरंटो में कॉन्स्युलर जनरल रहे नफीस जकारिया ने आश्वस्त किया था कि पाकिस्तान यूएन के हाई कमिश्नर और पाकिस्तान में मौजूद उनके प्रतिनिधियों का स्वागत करेगा. साथ ही वे पाक अधिकृत कश्मीर की उनकी यात्रा में मदद करेंगे."
We also have role in producing the report (UN Report on J&K). I have personal correspondence with Human Rights High Commissioner where he responded, he would like to have access to both LoCs: Zafar Bangash, Imam at Islamic Society of York Region's Mosque & a Pakistani Canadian pic.twitter.com/MKObeFOeo9
— ANI (@ANI) July 10, 2018
गौरतलब है कि जिस समारोह में बंगेश ने यह सब कहा उसमें पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के प्रेजिडेंट सरदार मसूद खान भी मौजूद थे.