हाल के दिनों की काट करें तो भारतीय टीम की बल्लेबाजी पूरी तरह से विराट कोहली पर निर्भर है और बाकी के भारतीय बल्लेबाजों का प्रदर्शन बेहद अस्थिर और लापरवाही भरा रहा है. इस वजह से कई मुकाबलों में टीम को जीती बाजी से हाथ धोना पड़ा है और विशेषकर विदेशी धरती पर आने वाले परिणामों पर भी काफी असर पड़ा है.

कोहली के अलावा सिर्फ चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे ही कुछएक मौकों पर बल्ले के साथ अच्छा प्रदर्शन करने में सफल रहे हैं, लेकिन विरोधी टीम को ध्वस्त करते हुए परिणामों को अपने पक्ष में करने के लिए उनके ये प्रयास नाकाफी ही कहे जा सकते हैं. अब जरुरत है इन खिलाडियों और अन्य बल्लेबाजों को आगे बढ़कर जिम्मेदारी अपने कन्धों पर उठाने की और अधिक बेहतर प्रदर्शन करने की.

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में 40-50 रनों की पारियां खेलकर अजिंक्य रहाणे ने दो मैचों में 164 रन बनाए हैं लेकिन अब तक उनके बल्ले से कोई बड़ी पारी नहीं आई है. हालांकि रहाणे की मानें तो बॉक्सिंग डे टेस्ट में वो शतक या दोहरा शतक लगाने वाले हैं. गौरतलब है कि रहाणे ने 2014 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉक्सिंग डे टेस्ट में 147 रनों की शानदार पारी खेली थी. टीम इंडिया भी चाहेगी कि रहाणे उस प्रदर्शन को दोहराएं और भारत को बढ़त दिलाएं.

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तीसरे टेस्ट मैच से पहले मीडिया के सामने आए रहाणे ने कहा, "बड़ा स्कोर आएगा, मुझे पूरा यकीन है कि इसी मैच में आएगा. जिस तरह की आक्रामक मानसिकता के साथ मैं बल्लेबाजी कर रहा हूं, यकीनन एक 100 या शायद 200 भी आ सकता है. लेकिन जरूरी है कि मैं निजी कीर्तिमानों के बारे में ना सोंचू. मैं जिस तरह बल्लेबाजी कर रहा हूं, उसे जारी रखना चाहता हूं और अगर मैं स्थिति को पढ़कर उसी के हिसाब से बल्लेबाजी कर पाता हूं तो टीम के लिए अच्छा होगा."

रहाणे से जब पूछा गया कि उनकी डिफेंसिव बल्लेबाजी को अटैकिंग स्टाइल में बदलने का फैसला क्या टीम का था, तो रहाणे ने कहा, "अटैक करने का फैसला मेरा अपना था. जिस तरह से मैं देख रहा हूं, मैं पिच के हिसाब से सबसे सही शॉट्स खेलने के बारे में सोच रहा था. मुझे लगता है कि आपको खतरा उठाना ही होगा और खुद फैसला लेना होगा. इसका कुछ भी परिणाम हो सकता है लेकिन बतौर बल्लेबाज ये आपकी जिम्मेदारी है और आपका फैसला है."

रहाणे ने साफ किया कि अटैक करना उनके लिए नया नहीं है, बल्कि उनकी बल्लेबाजी का तरीका ऐसा ही है. भारतीय बल्लेबाज ने कहा, "ये स्वाभाविक है, मैं एक अटैकिंग बल्लेबाज हूं लेकिन स्थिति को पढ़ना जरूरी है. जब आप ड्रेसिंग रूम में बैठकर अपनी बल्लेबाजी का इंतजार कर रहे होते हैं, तब स्थिति को पढ़ना जरूरी है. ऑस्ट्रेलियाई हमारे खिलाफ तेज अटैक कर रहे हैं और सबसे सही विकल्प उन्हें बैकफुट पर भेजने का है. हां, कभी कभार समय लेना भी जरूरी है लेकिन हमारे पास पुजारा है जो समय लेकर पारी को बनाता है. चार या पांच नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए आपको एक दो कदम आगे की सोचनी होती है."

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रविचंद्रन अश्विन की फिटनेस को लेकर रहाणे ने कहा कि टीम के फीजियो पैट्रिक फारहॉर्ट स्पिनर पर नजर रखे हुए हैं. उप-कप्तान ने कहा कि फिट बल्लेबाज रोहित शर्मा और अश्विन के खेलने को लेकर फैसला आज के नेट सेशन के बाद लिया जाएगा.