महागठबंधन फॉर्मूले से बनी कर्नाटक की कांग्रेस और जेडीएस सरकार पर एक बार फिर संशय के बादल मंडरा रहे हैं. लगातार मच रही राजनीतिक उठापठक के बीच जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) नेता और मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने बयान दिया है कि वह पद छोड़ने के लिए तैयार हैं, कांग्रेस के विधायक अपनी लाइन क्रॉस कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं को अपने विधायकों को कंट्रोल करना चाहिए.
बता दें कि कांग्रेस के कुछ विधायकों ने बयान दिया था कि उनके नेता कुमारस्वामी नहीं बल्कि कांग्रेस के सिद्धारमैया हैं. जिस पर एचडी कुमारस्वामी ने जवाब दिया है. कुमारस्वामी ने कहा कि कांग्रेस को इन सभी मुद्दों को देखना चाहिए, अगर वो ये सब जारी रखना चाहते हैं तो मैं पद छोड़ने के लिए तैयार हूं.
#WATCH: Karnataka CM HD Kumaraswamy says "...If they want to continue with the same thing, I am ready to step down. They are crossing the line", when asked 'Congress MLAs are saying that Siddaramaiah is their CM'.' pic.twitter.com/qwErh4aEq4
— ANI (@ANI) January 28, 2019
दरअसल, कांग्रेस विधायक एसटी सोमशेखर ने कहा था कि राज्य में गठबंधन सरकार ने पिछले 7 महीने में विकास के नाम पर कुछ भी नहीं किया है. अगर सिद्धारमैया मुख्यमंत्री होते तो राज्य में विकास देखने को मिलता. असल में सिद्धारमैया ही हमारे मुख्यमंत्री हैं.
आपको बता दें कि 2017 में हुए कर्नाटक विधानसभा चुनाव में किसी भी एक दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिला. चुनाव बाद कांग्रेस ने बड़ी पार्टी होने के बावजूद एचडी कुमारस्वामी को मुख्यमंत्री बनने का ऑफर दिया. इस बीच बीजेपी ने सरकार बना ली. मामला सुप्रीम कोर्ट में गया और बीजेपी के बीएस युदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. जिसके बाद से कर्नाटक में राजनीतिक उथल-पुथल की खबर समय-समय पर आती रही है.
पिछले दिनों बीजेपी ने कांग्रेस पर तो कांग्रेस ने बीजेपी पर विधायकों की खरीद फरोख्त के आरोप लगाये. दोनों ही पार्टियों ने अपने विधायकों को रिसॉर्ट में शिफ्ट कर दिया. कई कांग्रेस विधायक मंत्री पद नहीं मिलने से नाराज हैं. पिछले दिनों दो निर्दलीय विधायकों ने सरकार से समर्थन वापस ले लिया था.
कुमारस्वामी की इस धमकी के बाद कांग्रेस भी सतर्क हो गई है. कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल का कहना है कि उन्होंने राज्य ईकाई से विधायक को कारण बताओ नोटिस जारी करने को कहा है.
राज्य के उपमुख्यमंत्री जी. परमेश्वरा ने भी कहा कि सिद्धारमैया बेस्ट मुख्यमंत्री रहे हैं, वह हमारे नेता हैं. विधायक के लिए सिद्धारमैया ही मुख्यमंत्री हैं. विधायक ने अपनी राय रखी है. हमें एचडी कुमारस्वामी से दिक्कत नहीं है. कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी कहा है कि विधायकों को इस प्रकार के बयान नहीं देना चाहिए. हमें बीजेपी और आरएसएस के खिलाफ साथ में लड़ाई लड़नी है.
बीते दिनों खबरें थीं कि कांग्रेस के कुछ विधायक नाराज हैं और मुंबई में डेरा डाले हुए हैं. इस बीच बीजेपी के नेताओं की तरफ से लगातार बयानबाजी की जा रही थी कि कुछ ही दिनों में कर्नाटक में भी बीजेपी की सरकार होगी.
जिस दौरान कांग्रेस विधायक मुंबई में थे, तब बी.एस. येदियुरप्पा अपने सभी 104 विधायकों के साथ गुरुग्राम में डेरा डाले हुए थे. यहां वह पार्टी प्रमुख अमित शाह से मुलाकात करने आए थे, लेकिन अटकलों का बाजार गर्म था कि ये सब सरकार बनाने की कोशिशें हैं. गौरतलब है कि कर्नाटक में बीते साल अप्रैल-मई में चुनाव हुए थे, तब से अब तक कई बार कांग्रेस और जेडीएस के बीच तल्खी देखने को मिली है.
कर्नाटक में सरकार बनाने के लिए 113 विधायकों की जरूरत है. अभी कुमारस्वामी सरकार के साथ कांग्रेस के 80 और जेडीएस के 37 यानी कुल 117 विधायक हैं. जबकि 2 निर्दलीय विधायकों ने समर्थन वापस ले लिया है, वहीं बसपा का 1 विधायक पहले ही समर्थन वापस ले चुका है. गौरतलब है कि बीजेपी के पास अभी 104 विधायक हैं ऐसे में उसे 9 विधायकों की जरूरत है.