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देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में गुरुवार शाम छत्रपति शिवाजी टर्मिनस स्टेशन के पास हुए एक बड़े हादसे में सड़क पार करने के लिए बने एक फुट ओवर ब्रिज के गिरने के कारण 6 लोगों की मौत हो गई है। इस घटना में 34 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिन्हें तत्काल स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

प्रसिद्ध सीएसएमटी स्टेशन के पास स्थित इस पुल को आम तौर पर 'कसाब पुल' के नाम से जाना जाता है क्योंकि 26/11 मुंबई आतंकवादी हमले के दौरान आतंकवादी इसी पुल से गुजरे थे।

इस मामले में आजाद मैदान पुलिस स्टेशन में आईपीसी धारा 304 ए (लापरवाही से मौत) के तहत मध्य रेलवे और बीएमसी के संबंधित अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों को 5 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा, 'मैंने उच्च स्तरीय जांच का आदेश दे दिया है। इस तरह के हादसे ऑडिट प्रक्रिया पर सवाल खड़े करते हैं।'

बताया जा रहा है कि हादसा गुरुवार शाम करीब 7:30 बजे हुआ। जिस वक्त यह घटना हुई पीक आवर होने के कारण पुल के नीचे बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसे के बाद ब्रिज के मलबे में कई लोग दब गए और यहां मौजूद कुछ वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए। दूसरी ओर मौके पर पहुंची एनडीआरएफ, रेलवे और मुंबई पुलिस की टीमों ने तत्काल घायलों को सेंट जॉर्ज हॉस्पिटल और गोकुलदास तेजपाल अस्पताल में पहुंचाया।

पुलिस द्वारा जारी लिस्ट के अनुसार हादसे में अपूर्वा प्रभु, रंजना तांबे, जाहिद शिराज खान, मोहन भक्ति शिंदे और तपेंद्र सिंह नाम के छह लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा 34 अन्य लोग घायल हैं, जिन्हें अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। महाराष्ट्र सरकार की ओर से सीएम देवेंद्र फडणवीस ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।

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मुंबई के जिस स्थान पर यह हादसा हुआ उससे कुछ ही दूरी पर मुंबई पुलिस और मुंबई महानगरपालिका के मुख्यालय हैं। हादसे पर दुख जताते हुए महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने ट्वीट किया, 'मुंबई में टाइम्स ऑफ इंडिया बिल्डिंग के पास हुए फुटओवर ब्रिज हादसे की खबर सुनकर कष्ट हुआ। अभी बीएमसी कमिश्नर और मुंबई पुलिस के अधिकारियों से बात की है और उन्हें निर्देश दिए हैं कि वे रेल मंत्रालय के अधिकारियों के साथ समन्वय बनाकर काम करें और तेजी के साथ राहत और बचाव कार्य करें।'

वहीं हादसे पर दु:ख जताते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने घटना के बाद अपने ट्वीट में लिखा, मुंबई में हुए ब्रिज हादसे के कारण हुई लोगों की मौत की खबर सुनकर बेहद दु:खी हूं। मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं और मैं इस घटना में घायल लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। महाराष्ट्र सरकार इस हादसे में हताहत सभी लोगों को हर संभव मदद दे रही है।'

सेंट्रल रेलवे के डीआरएम डीके शर्मा के अनुसार, जिस ब्रिज के गिरने से यह हादसा हुआ उसकी देखरेख का काम बीएमसी करती है। उन्होंने बताया कि ब्रिज का निर्माण कार्य रेलवे ने कराया था, लेकिन रखरखाव की जिम्मेदारी बीएमसी की ही थी। वहीं मंत्री विनोद तावड़े ने कहा, 'ब्रिज का एक स्लैब गिरा है। रेलवे और बीएमसी इसकी मेंटनेंस के बारे में जांच करेंगे। ब्रिज खराब कंडीशन में नहीं था, इसमें छोटी-मोटी रिपेयरिंग की जरूरत थी, जोकि जारी थी। काम पूरा नहीं हुआ फिर भी इसे चालू रखा गया था, इसके बारे में भी जांच की जाएगी।'

अब तक मिली सूचना के मुताबिक राहत कार्यों के लिए एनडीआरएफ, मुंबई पुलिस और रेलवे पुलिस की टीम को भी मौके पर लगाया गया है। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि जिस वक्त यह हादसा हुआ ब्रिज के नीचे बड़ी संख्या में लोग और वाहन मौजूद थे। ऐसे में इस पुल के मलबे में कई लोग दबे हो सकते हैं। इस संभावना को देखते हुए एनडीआरएफ और पुलिस की टीम जल्द से जल्द लोगों को बाहर निकालने के प्रयास कर रही है। इसके अलावा पुल के शेष बचे हिस्से को भी अधिकारियों द्वारा गिरवा दिया गया है, जिससे कि इसके कारण कोई और हादसा ना हो।