एचडी कुमारस्वामी जेडीएस उम्मीदवार बीएल देवराजू के समर्थन में केआर पेट विधानसभा सीट पर चुनावी जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान वह रो पड़े। इस सीट पर 5 दिसंबर को उपचुनाव होना है।
कर्नाटक के पूर्व सीएम और जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी एक बार फिर रो पड़े हैं। इस बार कुमारस्वामी के रोने की वजह उनके बेटे की हार है। जेडीएस के गढ़ मांड्या में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कुमारस्वामी ने कहा कि मुझे राजनीति की जरूरत नहीं है, सीएम पोस्ट भी नहीं चाहिए। मुझे बस आपका प्यार चाहिए। मैं नहीं जानता हूं कि मेरे बेटे निखिल को लोकसभा चुनाव में यहां पर क्यों हार मिली। इतना कहते हुए कुमारस्वामी के आंखों में पानी आ गया और वह रो पड़े।
#WATCH JD(S) leader HD Kumaraswamy breaks down, in Mandya. Says "...I don't need politics, don't want CM post.I just want your love.I don't know why my son lost.I didn't want him to contest from Mandya but my own people from Mandya wanted him but didn't support him which hurt me" pic.twitter.com/reyhIsttPN
— ANI (@ANI) November 27, 2019
कुमारस्वामी ने जनसभा में कहा, 'मुझे राजनीति की जरूरत नहीं है। मुझे सीएम पद भी नहीं चाहिए। मुझे आपका बस प्यार चाहिए। मैं नहीं जानता हूं कि मेरे बेटे निखिल को हार क्यों मिली। मैं नहीं चाहता था कि मेरा बेटा मांड्या से चुनाव लड़े लेकिन मेरे अपने लोगों ने मुझे कहा कि मांड्या चाहता है कि मेरा बेटा चुनाव लड़े। लेकिन यहां के लोगों ने निखिल का समर्थन नहीं किया जिसने मुझे आहत किया।'
कुमारस्वामी जेडीएस उम्मीदवार बीएल देवराजू के समर्थन में केआर पेट विधानसभा सीट पर चुनावी जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इस सीट पर 5 दिसंबर को उपचुनाव होना है। यह सीट जेडीएस के केसी नारायण गौड़ा के अयोग्य करार दिए जाने के बाद खाली हुई है। बता दें कि इससे पहले सीएम रहने के दौरान भी कुमारस्वामी रो पड़े थे। इसका खुलासा खुद उनके पिता एचडी देवगौड़ा ने किया था।
कुछ समय पहले पूर्व प्रधानमंत्री और जेडीएस संस्थापक एचडी देवगौड़ा ने अपने बेटे एचडी कुमारस्वामी के बारे में बड़ा खुलासा करते हुए कहा था कि सीएम बनने के बाद उनका बेटा कुमारस्वामी चैन से नहीं रह पा रहा था और '15 मिनट तक पार्टी दफ्तर जेपी भवन में रोया था।' उन्होंने कहा था, 'जेडीएस-कांग्रेस सरकार के जाने से मुझे कोई दिक्कत नहीं है। सीएम बनकर मेरा बेटा कभी शांति से नहीं रह पाया और मैं जानता हूं कि वह जेपी भवन में 15 मिनट तक रोया था।'
इससे पहले जुलाई, 2018 में देवगौड़ा और कुमारस्वामी दोनों ही मंच पर रो पड़े थे। कुमारस्वामी ने आरोप लगाया था कि बीजेपी सरकार के कार्यक्रमों के बारे में लोगों में अविश्वास और संदेह पैदा कर रही है। कुमारस्वामी ने अपनी तुलना भगवान शिव से करते हुए कहा था कि वह गठबंधन सरकार के 'अमृत' के लिए 'विष' पी रहे हैं।
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है. यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है.