प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को लोगों से अपील की कि वे नवरात्र की भावना को आगे ले जाते हुए महिलाओं को और सशक्त बनाने एवं उनकी गरिमा की रक्षा करने के लिए काम करें।
उन्होंने लोगों से अपील की कि महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए वे खाना बर्बाद नहीं करने, ऊर्जा एवं जल का संरक्षण करने और एक बार इस्तेमाल होने वाली प्लास्टिक का प्रयोग बंद करने का संकल्प लें।
PM Modi: On this Vijaya Dashami, at a time when we mark 150th birth anniversary of Mahatma Gandhi, I have a request for my fellow citizens. Let us take up a mission this year and work to achieve it. This mission can be, not wasting food, conserving energy, saving water https://t.co/pKRzldz2rq pic.twitter.com/mpu5xlelIL
— ANI (@ANI) 8 October 2019
उन्होंने कहा कि जिस देश में नवरात्र में देवी की पूजा की जाती है, वहां लोगों को इस त्यौहार की भावना को आगे ले जाते हुए महिलाओं को और सशक्त बनाने के साथ साथ उनकी गरिमा की रक्षा करने की दिशा में काम करना चाहिए।
PM Modi in Dwarka (Delhi): Ours is the land where 'Maa' is worshipped. It's our responsibility to respect every daughter in India. During Mann Ki Baat also I mentioned that our daughters are 'Laxmi' for us. This coming Diwali let us celebrate their accomplishments. #VijayaDashami pic.twitter.com/FkrBcecnDY
— ANI (@ANI) 8 October 2019
प्रधानमंत्री मोदी ने द्वारका श्री राम लीला सोसाइटी में आयोजित दशहरा समारोह में यह बात कही। इस कार्यक्रम में बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में रावण, कुम्भकर्ण और मेघनाद के पुतले जलाए गए। प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों को दशहरा की बधाई देते हुए कहा कि भारत उत्सवों का देश है।
#WATCH Prime Minister Narendra Modi shoots from a bow at #Dussehra celebrations in Dwarka,Delhi. pic.twitter.com/xjLPnAeacT
— ANI (@ANI) 8 October 2019
उन्होंने कहा, ''उत्सव हमारे देश का जीवन हैं। इस दीपावली हमें अपनी उन बेटियों को सम्मानित करना चाहिए जिन्होंने कुछ हासिल किया है या दूसरों को प्रेरित किया है।''
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज वायुसेना दिवस भी मनाया जा रहा है और देश को वायुसेना पर गर्व है। मोदी ने मंच पर राम, सीता और लक्ष्मण की भूमिका निभा रहे प्रतिभागियों के माथे पर तिलक लगाया।
द्वारका श्री रामलीला सोसाइटी के अध्यक्ष राजेश गहलोत ने बताया कि रावण का 107 फुट ऊंचा पुतला और कुम्भकर्ण एवं मेघनाद के पुतले पर्यावरण अनुकूल पटाखों से तैयार किए गए थे।
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है। यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है।