सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीरJohannes Simon/Getty Images

राजधानी दिल्ली के अमन विहार इलाके में शुक्रवार को चोरी करने के मकसद से घर में घुसे एक व्यक्ति की भीड़ ने इतनी पिटाई की कि उसकी मौत हो गई. प्राप्त जानकारी के मुतबिक अमन विहार के प्रेम नगर का रहने वाला राजेश चोरी के मकसद से महेंद्र के घर में घुसा था. इसी दौरान घरवालों ने उसे रंगेहाथ पकड़ लिया और शोर मचा दिया जिसके बाद पड़ोसी भी मौके पर आ गए.

इसके बाद भीड़ ने काफी देर तक उसकी जमकर पिटाई की, फिर पुलिस को इसकी जानकारी दी गई. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उसे बचाया और अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी मौत हो गई.

दिल्ली पुलिस ने इस पूरी घटना को लेकर 2 केस दर्ज किए हैं. एक महेंद्र की शिकायत पर मृतक राजेश के खिलाफ चोरी का केस, जबकि दूसरा केस आईपीसी की धारा 304 यानी गैरइरादतन हत्या के तहत पिटाई करने वाले के खिलाफ दर्ज किया गया है.

जिस घर में चोरी हुई उस घर के एक सदस्य समेत तीन लोग हिरासत में लिए गए हैं. पुलिस ने घर के बाहर से एक ऑटो भी बरामद किया है जिस पर चढ़कर राजेश घर के अंदर गया था.

पुलिस की इस कार्रवाई से स्थानीय लोगों में भारी रोष देखा जा रहा है. लोगों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. स्थानीय लोगों का कहना है कि राजेश काफी दिनों से नशे का आदी था और आसपास के कई इलाकों में चोरी की वारदातों को भी अंजाम दे चुका था. शुक्रवार को भी वो चोरी के इरादे से घर में घुसा था और उसे रंगे हाथों पकड़ लिया गया. साथ ही लोगों का ये भी कहना है कि पुलिस ने जिन लोगों को गिरफ्तार किया है उनका मारपीट से कोई लेना-देना तक नहीं है. उसे पकड़े गए लोगो ने नहीं बल्कि राहगीरों की भीड़ ने पीटा है.

वहीं दूसरी तरफ मृतक राजेश के परिवार का आरोप है कि करीब 1 महीने पहले दिवाली में हुए झगड़े के बाद ही राजेश को कई बार धमकियां दी जा रही थी. सुनील और महेंद्र मृतक राजेश को जान से मारने की धमकी कई बार दे चुके थे. मृतक के पिता ने बताया कि राजेश नशे का आदी था और आरोपी महेंद्र इलाके के अवैध शराब बेचने का काम करता है इसलिए वो उसके घर से शराब लेने के लिए गया था और तभी वही उसके साथ इस वारदात को अंजाम दिया गया, जो कि एक सोची-समझी साजिश है.

बता दें कि बीते रविवार को भी दिल्ली के उत्तम नगर इलाके में अविनाश नाम के एक ऑटो ड्राइवर की कारों की बैटरी चोरी के शक में पीट पीटकर हत्या कर दी गई थी.