-

स्विस नेशनल बैंक (एसएनबी) की ताजा रिपोर्ट ने काले धन पर अंकुश लगाने के नरेंद्र मोदी सरकार के दावों को धराशायी कर दिया. 28 जून काे जारी इस आधिकारिक रिपोर्ट के मुताबिक, वर्ष 2017 में स्विट्जरलैंड के बैंकों में भारतीयों द्वारा जमा करवाया गया धन 50 फीसदी बढ़कर 1.01 अरब स्विस फ्रैंक्स (सीएचएफ- स्विट्ज़रलैंड की मुद्रा) यानी करीब 7000 करोड़ रुपये हो गया.

गौरतलब है कि बीते चार साल में पहली बार भारतीय काले धन में यह बढ़त देखी गई है. जबकि इससे पहले लगातार तीन साल तक स्विस बैंकों में जमा कराए जाने वाले भारतीय काले धन में कमी दर्ज़ की गई थी

भारतीयों द्वारा सीधे तौर पर स्विस बैंकों में जमा किया धन 99.9 सीएचएफ (करीब 6,900 करोड़) और फंड मैनेजरों के जरिये जमा धन 1.62 करोड़ सीएचएफ (करीब 112 करोड़ रुपये) तक पहुँच गया है. ग्राहकों की सूचना बेहद गोपनीय रहने के कारण दुनिया भर के लोग अपना काला धन स्विस बैंकों में रखना पसंद करते हैं.

गौरतलब है कि वर्ष 2016 में स्विस बैंकों में जमा भारतीयों के धन में 45 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी. सर्वाधिक सालाना गिरावट के बाद यह 676 मिलियन सीएचएफ (4,500 करोड़ रुपये) रह गया था. 1987 में यूरोपियन बैंक द्वारा आंकड़े सार्वजनिक करने की शुरुआत के बाद यह सबसे निचला स्तर था.

दूसरी तरफ, वर्ष 2017 में स्विस बैंकों में पाकिस्तानियों द्वारा जमा की गई राशि में 21 फीसदी कमी आई है. पाकिस्तानियों ने 1.15 अरब सीएचएफ (7,700 करोड़ रुपये) स्विट्जरलैंड के बैंकों में जमा कराए है और तीन साल से जमा में गिरावट के बावजूद पाकिस्तानियों की कुल जमा राशि भारतीयों से करीब 700 करोड़ रुपये ज्यादा है.

एसएनबी की ओर से जारी आधिकारिक सालाना आंकड़ों के मुताबिक, दुनिया भर से स्विस बैंकों में आए काले धन में 2017 में तीन फ़ीसदी की बढ़त हुई है. यह लगभग 1.46 लाख सीएचएफ या 100 लाख करोड़ रुपए के आसपास होता है.