लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल की उम्दा गेंदबाजी और रोहित शर्मा की कुछ कठिन परिस्थितियों से गुजरने के बाद खेली गयी नाबाद शतकीय पारी से भारत ने बुधवार को यहां साउथ अफ्रीका को छह विकेट से हराकर अपने विश्व कप अभियान का शानदार आगाज किया। साउथ अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए नौ विकेट पर 227 रन बनाए जिसमें क्रिस मौरिस (42) ने सबसे ज्यादा रन बनाए। युजवेंद्र चहल (51 रन देकर चार विकेट) की अगुआई में भारतीय गेंदबाजों ने उसके किसी भी बल्लेबाज को लंबी पारी नहीं खेलने दी।
भारत ने मैच में अधिकतर समय दबदबा बनाए रखा। रोहित को शुरू में संघर्ष करना पड़ा लेकिन आखिर में वह 122 रन बनाकर नाबाद रहे। उन्होंने 144 गेंदें खेली तथा 13 चौके और दो छक्के लगाए। उनके अलावा महेंद्र सिंह धोनी ने 34 रन का योगदान दिया। इन दोनों ने चौथे विकेट के लिए 74 रन की साझेदारी की। भारत ने 47.3 ओवर में चार विकेट पर 230 रन बनाकर जीत दर्ज की।
साउथ अफ्रीका की यह लगातार तीसरी हार है जिससे उसकी आगे की राह कठिन हो गई है। इससे पहले उसे इंग्लैंड और बांग्लादेश से हार का सामना करना पड़ा था। उसके बल्लेबाजों के पास भारतीय स्पिनरों का कोई जवाब नहीं था। चहल ने बल्लेबाजों को न सिर्फ छकाया बल्कि उन्हें गलतियां करने के लिए भी मजबूर किया। जसप्रीत बुमराह (35 रन देकर दो विकेट) ने फिर से प्रभावशाली गेंदबाजी की। मोहम्मद शमी पर तरजीह पाने वाले भुवनेश्वर कुमार (44 रन देकर दो) और चाइनामैन स्पिनर कुलदीप यादव (46 रन देकर एक) ने भी विकेट हासिल किए।
साउथ अफ्रीकी बल्लेबाजों में कप्तान फाफ डुप्लेसिस (38), डेविड मिलर (31) और एंडिल फेलुकवायो (34) ने 30 रन की संख्या पार करने के बाद पविलियन लौटे। मौरिस और कागिसो रबाडा (नाबाद 31) ने सबसे बड़ी साझेदारी (आठवें विकेट के लिए 66 रन) निभाई।
साउथ अफ्रीकी गेंदबाजों ने भी शुरू में मौके बनाए लेकिन भाग्य उनके साथ नहीं था। रबाडा (39 रन देकर दो) के पहले ओवर में ही रोहित को जीवनदान मिला जब डु प्लेसिस दूसरी स्लिप में आगे बढ़कर कैच नहीं ले पाए। रबाडा ने हालांकि दूसरे सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (आठ) को जल्द विकेट के पीछे कैच करा दिया।
रबाडा और विराट कोहली की जंग गजब की थी। साउथ अफ्रीकी गेंदबाज ने भारतीय कप्तान को एक लाइन और लेंथ से गेंद करके परेशानी में रखा। इस बीच रबाडा ने दो ढीली गेंदे की तो रोहित ने उन्हें छक्के और चौके के लिए भेजा। रबाडा ने अपने पहले पांच ओवर में 21 रन दिए। उनकी जगह उतरे फेलुकवायो ने कोहली का कीमती विकेट निकाला लेकिन इसमें क्विंटन डि कॉक की भूमिका अहम रही जिन्होंने दाईं तरफ डाइव लगाकर एक हाथ से कैच लिया। कोहली इस तरह से लगातार तीसरे विश्व कप में शतक से आगाज नहीं कर पाए।
रोहित ने तबरेज शम्सी पर खूबसूरत छक्का लगाया और फिर 70 गेंदों पर 50 रन तक पहुंचे। इसके तुरंत बाद मौरिस की गेंद पर हाशिम अमला स्लिप में डाइव लगाकर उनका कैच नहीं ले पाये। रोहित और केएल राहुल (26) ने तीसरे विकेट के लिए 16 ओवरों में 85 रन जोड़े। चौथे नंबर पर उतरे राहुल सहजता से बल्लेबाजी कर रहे थे। रबाडा ने अपने दूसरे स्पैल में धीमी गेंद पर उन्हें मिडआफ पर कैच करवाया।
रोहित 128 गेंदों का सामना करके शतक तक पहुंचे। यह वनडे में उनके 23 शतकों में सबसे धीमा सैकड़ा जिससे उन्होंने सर्वाधिक शतकों की सूची में सौरव गांगुली को पीछे छोड़ा। इसके तुरंत बाद उन्होंने हवा में गेंद लहरायी लेकिन मौरिस ने आसान कैच टपका दिया। तब गेंदबाज रबाडा थे। मौरिस अपनी ही गेंद पर धोनी का कैच लेने में सफल रहे लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। हार्दिक पंड्या 15 रन बनाकर नाबाद रहे।
इससे पहले बुमराह ने शुरू में ही साउथ अफ्रीका के दोनों सलामी बल्लेबाजों को पविलियन भेजकर मैच को भारत के नियंत्रण में कर दिया था। विश्व में नंबर एक गेंदबाज ने साउथैम्पटन के ऊपर छाए बादलों का पूरा लाभ उठाकर चौथे ओवर में ही अनुभवी हाशिम अमला को स्लिप में रोहित के हाथों कैच कराया। बुमराह ने अगले ओवर में डि कॉक (दस) को आउट करके साउथ अफ्रीका को करारा झटका दिया। कोहली ने तीसरी स्लिप में उनका खूबसूरत कैच लिया। डु प्लेसिस और रोसी वान डर डुसेन (22) ने दो विकेट पर 24 रन के स्कोर से पारी संवारने की कोशिश की लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने उन पर दबाव बनाए रखा और खुलकर खेलने का कोई मौका नहीं दिया।
कोहली ने 12वें ओवर में कुलदीप के रूप में स्पिन आक्रमण लगाया। जब पहले तीन ओवरों में उन्हें सफलता नहीं मिली तो 18वें ओवर में चहल को गेंद सौंपी जिसके बाद साउथ अफ्रीका ने 11 रन के अंदर तीन विकेट गंवा दिए। इस लेग स्पिनर ने अपने दूसरे ओवर में वान डर डुसेन को रिवर्स स्वीप का लालच देकर खूबसूरत लेग ब्रेक पर बोल्ड किया और फिर अंतिम गेंद पर डुप्लेसिस के बल्ले और गेंद के बीच से गेंद निकालकर गिल्लियां बिखेरी। इन दोनों ने तीसरे विकेट के लिये 54 रन जोड़े।
छोर बदलकर गेंदबाजी के लिए उतरे कुलदीप ने जेपी डुमिनी (तीन) को पगबाधा आउट किया। मिलर और फेलुकवायो ने अच्छी शुरुआत की लेकिन चहल ने उन्हें लंबी पारियां नहीं खेलने दी। मिलर ने ड्राइव करने के प्रयास में चहल को वापस कैच थमाया जबकि फेलुकवायो को धोनी ने स्टंप किया। इसके बाद मौरिस और रबाडा ने अच्छी बल्लेबाजी की और साउथ अफ्रीका को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। मौरिस ने चहल पर दो छक्के भी लगाये। भुवनेश्वर ने मौरिस और इमरान ताहिर (शून्य) के रूप में अपने दोनों विकेट पारी के अंतिम ओवर में लिए।