राफेल लड़ाकू जेट
राफेल लड़ाकू जेटTwitter

मंगलवार, 8 अक्टूबर को फ्रांस के बोर्डोक्स स्थित एयरबेस में डसॉल्ट एविएशन द्वारा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पहला राफेल लड़ाकू जेट सौंपने के साथ ही अब भारतीय वायुसेना की ताकत और अधिक बढ़ जाएगी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने यह विमान फ्रांस के बोर्डोक्स स्थित एयरबेस से रिसीव किया। राजनाथ ने राफेल की पूजा कर कालवा बांधा और नारियल चढाकर पहिए के आगे नींबूं रखे।

आधिकारिक हैंडओवर मिलने के कुछ देर बाद फ्रांस के एयरबेस पर ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राफेल लड़ाकू विमान की की विधिवत शस्त्र पूजा भी की। उन्होंने राफेल जेट पर 'ऊं' लिखा। भारत को मिले पहले राफेल जेट का नाम वायुसेना प्रमुख राकेश भदौरिया के नाम पर RB 001 रखा गया है।

-
Twitter / @ANI

हैंडओवर कार्यक्रम को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संबोधित भी किया। राजनाथ ने कहा, 'आज ऐतिहासिक दिन है। आज भारत में दशहरा मनाया जा रहा है जिसे हम बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में मनाते हैं। आज वायुसेना दिवस भी है। आज का दिन कई मायनों में ऐतिहासिक है। भारत फ्रांस के बीच 23 सितंबर 2016 को राफेल पर अंतर सरकारी समझौता हुआ था। मुझे यह जानकर खुशी है कि इसकी डिलिवरी सही समय पर हो रही है और हमारी वायुसेना की क्षमता में वृद्धि लाएगा। हमारा फोकस हमारी वायुसेना की क्षमता बढ़ाने पर है।'

रक्षा मंत्री ने कहा, 'मुझे खुशी है कि इस वक्त बड़ी संख्या में भारतीय वायु सेना के एयरमैन फ्रांस में फ्लाइंग, मेंटेनेंस और लॉजिस्टिक्स के क्षेत्र में ट्रेनिंग ले रहे हैं। उम्मीद है इस ट्रेनिंग से उन्हें भारत में मदद मिलेगी।'

गौरतलब है कि भारत ने करीब 59 हजार करोड़ रुपये में 36 राफेल लड़ाकू जेट विमान खरीदने के लिए सितंबर, 2016 में फ्रांस के साथ इंटर-गवर्नमेंटल अग्रीमेंट किया था। राफेल जेट भारत को उस दिन सौंपा जा रहा है जब भारतीय वायु सेना अपना स्थापना दिवस मना रही है।

-
Twitter / @ANI

भारत को पहला फाइटर जेट राफेल आज प्राप्त हुआ है लेकिन पहली खेप अगले वर्ष मई में मिलेगी क्योंकि इसे रखने और संचालन के लिए जरूरी बुनियादी ढांचे को तैयार किया जा रहा है। वहीं, राफेल को रिसीव करने से पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैन्युएल मैक्रों से मुलाकात की। बैठक आधे घंटे चली जिसमें महत्वपूर्ण मसलों पर व्यापक चर्चा हुई।

राफेल विमान के भारत आने के साथ ही वायुक्षेत्र में भारत के दबदबे का दौर शुरू होगा। माना जा रहा है कि राफेल से भारत को नई सामरिक क्षमता मिलेगी। राफेल लो लैंड जैमर, 10 घंटे तक की डेटा रिकॉर्डिंग, इजरायली हेलमेट वाले डिस्प्ले, कई खूबियों वाला रेडार वॉर्निंग रिसीवर , इन्फ्रारेड सर्च और ट्रैकिंग सिस्टम जैसी क्षमताओं से लैस है।

27 फरवरी की डॉग फाइट में भारत के मिग-बाइसन द्वारा पाकिस्तान के एफ-16 फाइटर जेट को मार गिराया गया था। यह जेट पाक ने अमेरिका से खरीदा है। अगर राफेल और एफ-16 की तुलना करें तो राफेल उसके मुकाबले कई मायनों में ज्यादा शक्तिशाली है।

राफेल का रेडार सिस्टम एफ-16 से ज्यादा मजबूत है। एफ-16 का रेडार सिस्टम 84 किलोमीटर के दायरे में 20 टारगेट की पहचान करता है, जबकि राफेल का 100 किलोमीटर के दायरे में 40 टारगेट चिह्नित कर लेता है। राफेल स्काल्प मिसाइलों के साथ उड़ान भर सकता है जो कि करीब 300 किलोमीटर की दूरी पर लक्ष्य को भेद सकता है जबकि एफ-16 की ज्यादा से ज्यादा 100 किलोमीटर तक लक्ष्य पर निशाना साध सकता है।