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विजय माल्या, नीरव मोदी के प्रत्यर्पण की कोशिशों और क्रिश्चियन मिशेल और राजीव सक्सेना को भारत लाने में सफल होने के बाद अब भारतीय एजेंसियों के इनपुट पर सेनेगल में मौजूद अंडरवर्ल्ड डॉन रवि पुजारी को गिरफ्तार किये जाने की सूचना है. रवि पुजारी को भारतीय एजेंसियों के इनपुट पर गिरफ्तार किया गया है. रवि पुजारी अफ्रीकी देश सेनेगल में रह रहा था. उस पर भारतीय एजेंसियां लगातार नजर रखे हुई थीं. अब उसे भारत लाया जा सकता है.

एक ही दिन पहले भारतीय एजेंसियों को संयुक्त अरब अमीरात से अगस्ता वेस्टलैंड मामले के आरोपी राजीव सक्सेना और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपी दीपक तलवार को भारत लाने में सफलता मिली है.

बताया जा रहा है कि रवि पुजारी पर काफी समय से एजेंसियां नजर रखे हुई थीं. सेनेगल से पहले रवि पुजारी की लोकेशन बुर्किना फासो में मिली थी. तभी से एजेसियां उसके पीछे पड़ी हुई थीं. बता दें कि रवि पुजारी पर भारत में कई मामले दर्ज हैं. 

प्राप्त जानकारी के मुताबिक रवि पुजारी को अफ्रीकी देश सेनेगल के डकार इलाके में 22 जनवरी को गिरफ्तार किया गया। वहां के दूतावास ने भारतीय दूतावास को 26 जनवरी को सूचना दी.

बताया जा रहा है कि रवि पुजारी वहां महाराजा नाम का रेस्तरां चलाता था और साथ ही मुंबई व भारत के अन्य शहरों में उगाही के लिए फोन भी करता था. दो दिन पहले मुंबई क्राइम ब्रांच ने आकाश शेट्टी व विलियम रॉड्र्रिग्स नामक दो आरोपियों पर मकोका लगाया था. उस केस में रवि पुजारी को वॉन्टेड दिखाया गया था. दोनों की गिरफ्तारी पिछले एक पखवाड़ में हुई. ऐसा कहा जाता है कि विलियम ने रवि पुजारी की लोकेशन जांच अधिकारियों को दी. इसी के बाद इंटरपोल के जरिए उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया और 22 जनवरी को उसे गिरफ्तार किया गया. 

गौरतलब है कि बीते साल जून में गुजरात के विधायक और दलित नेता जिग्नेश मेवाणी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि अंडरवर्ल्ड डॉन रवि पुजारी ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी थी. उन्होंने कहा था कि उन्हें फोन कॉल और मैसेज के जरिए धमकाया जा रहा है और धमकाने वाला खुद को रवि पुजारी बता रहा है. मेवाणी को फोन करने वाले शख्स ने दावा किया था कि उसका नाम रवि पुजारी है और वह ऑस्ट्रेलिया में है. उसने कहा था कि वह वहीं से मेवाणी को गोली मरवा सकता है. 

बताते चलें कि डॉन रवि पुजारी के निशाने पर बॉलीवुड की कई बड़ी हस्तियां भी रही हैं. रवि पुजारी के गुर्गों ने 2014 में फिल्म निर्देशक महेश भट्ट और फराह खान को भी मारने की साजिश रची थी. मुंबई पुलिस ने उसके गुर्गों को गिरफ्तार करने के बाद यह राज खोला था. यही नहीं, पुजारी के गुर्गों ने बॉलीवुड के किंग शाहरुख खान के दफ्तर की भी रेकी की थी. जुहू में फिल्म निर्माता करीम मोरानी के घर पर हुई शूटिंग के बाद पुलिस ने पुजारी गैंग की इस साजिश को नाकाम किया था. 

गिरफ्तार हुए पुजारी के गुर्गों ने बताया था कि पुजारी ने उन्हें मोरानी भाइयों और महेश भट्ट को मारने के लिए 11 लाख रुपये दिए थे, लेकिन मुंबई क्राइम ब्रांच ने पुजारी के शूटरों को पहले ही पकड़ लिया था. 

रवि पुजारी पहले छोटा राजन से जुड़ा हुआ था. सितंबर, 2000 में बैंकॉक में छोटा राजन पर हमले के बाद जब राजन गैंग में फूट पड़ी, तो वह भी उससे अलग हो गया और उसने खुद का गैंग बना लिया. उसने बिल्डरों, पत्रकारों, बॉलिवुड हस्तियों सब को धमकाया हुआ था. फिल्म निर्देशक महेश भट्ट की उसने दो बार हत्या की कोशिश की. करीब पांच साल पहले जब फिल्म निर्माता अली मोरानी के जुहू स्थित घर में उसने गोलीबारी करवाई थी, उस वक्त तब के मुंबई क्राइम ब्रांच चीफ सदानंद दाते ने मुंबई में अपनी सभी 15 क्राइम ब्रांच यूनिट्स को उसके गिरोह का खत्म करने का जिम्मा सौंपा था. उस केस में उसके एक दर्जन से ज्यादा आरोपी गिरफ्तार हुए थे और उसका गिरोह लगभग खत्म सा हो गया था.

इधर कुछ दिनों से उसके धमकी भरे फोन मुंबई के बिल्डरों को फिर आ रहे थे. इसी में 15 जनवरी को त्रिवेंद्रम में विलियम रॉड्रिग्स नामक उसके सबसे खास आदमी को मुंबई क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया था. विलियम के कॉल डेटा में आकाश शेट्टी नामक एक और आरोपी का नंबर आया. तब आकाश को मेंगलुरु में एक शादी समारोह से गिरफ्तार कर मुंबई लाया गया. इन दोनों ने मुंबई के एक बिल्डर का नंबर रवि पुजारी को दिया था. रवि पुजारी उस बिल्डर से दो करोड़ रुपये का हफ्ता मांग रहा था.