श्रीलंका में ईस्टर रविवार को सीरियल ब्लास्ट को अंजाम देने वाले हमलावरों की टीम का नेतृत्व करने वाला जाहरान हाशमी बेहद सामान्य परिवार से था। डेली मिरर की खबर के अनुसार बम हमले के बाद खुफिया जांच अधिकारी जब मोहम्मद हुसैन अब्दुल कादर के घर पर पूछताछ के लिए पहुंचे तो उन्होंने अपने दामाद हाशमी, बेटी अब्दुल कादर फातिमा जादिया और अपनी नातिन की तस्वीर की पहचान की। जाहरान नेशनल तौहीद जमात (एनटीजे) का नेता था। यह आतंकी संगठन देश के सबसे वीभत्स आतंकवादी हमलों में शामिल है।
हाशमी ने खुद को आलीशान शांगरी-ला होटल के बाहर बम से उड़ा लिया था। उसे उसके भड़काऊ अतिवादी भाषणों के लिए जाना जाता था और देश के मुस्लिम समुदाय ने अधिकारियों को मौलवी के बारे में चेतावनी दी थी। अब्दुल ने कहा कि हाशमी एक रिश्तेदार के साथ कई बार उनके घर आया था और बताया था कि वह एक मस्जिद में पढ़ाई कर रहा है। हाशमी ने ही उनकी बेटी से शादी का प्रस्ताव दिया था। अब्दुल ने बताया उन्होंने हाशमी के परिवार से भी मुलाकात की थी।
उन्होंने कहा, 'मेरी बेटी उस वक्त 15 साल की थी और मैंने उसके साथ अपनी बेटी का निकाह कर दिया।' उन्होंने बताया, 'उसके दो छोटे भाई और दो छोटी बहनें थीं जो बेहद सामान्य परिवार लग रहे थे।' खबर के अनुसार अब्दुल की बेटी और नातिन श्रीलंका के पूर्वी प्रांत कालमुनई के पास सैंथामारुथु में गोलीबारी और आत्मघाती धमाके में हाल में उस वक्त घायल हो गए थे जब संगठन के लोगों का सुरक्षा बलों के साथ संघर्ष हुआ था।
उन्होंने बताया, 'मुझे पता चला कि फातिमा और कुछ अन्य अगले दिन कालमुनई में आत्मघाती धमाके में शामिल थे। विस्फोट के बाद खुफिया अधिकारी मेरे घर आए और मुझे उनकी तस्वीरें दिखाईं। मैं अपनी बेटी और नातिन को पहचान गया। मेरा दामाद मोहम्मद कासिम मोहोद जाहरान है।' ईस्टर धमाकों से संबंधित आतंकवादियों की शनिवार को श्रीलंका के पूर्वी प्रांत में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में छह बच्चे और तीन महिलाओं समेत 15 लोग मारे गए थे। उन्होंने सुरक्षा बलों पर गोलियां चलाईं और गोलीबारी के दौरान खुद को बम से उड़ा लिया। धमाकों के संबंध में अब तक 106 संदिग्ध गिरफ्तार किए गए हैं। इनमें तमिलभाषी एक शिक्षक और एक स्कूल प्रधानाध्यापक भी शामिल हैं।