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ANI

गोकशी के कथित आरोपों के बाद उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में भड़की हिंसा में हुई पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या के मामले में पुलिस ने मंगलवार को एक और मुख्य आरोपी कलुआ को गिरफ्तार कर लिया है. बताया जा रहा है कि हिंसा के दिन इंस्पेक्टर सुबोध सिंह पर कलुआ ने ही पहले कुल्हाड़ी से वार किया था, उसके बाद प्रशांत नट ने उन्हें गोली मारी थी. इसी हिंसा में सुबोध सिंह की जान चली गई थी.

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी ने बताया कि घटना का प्रमुख आरोपी कलुआ इंस्पेक्टर सुबोध की हत्या के बाद से फरार था. उसके बुलंदशहर के एक दूर-दराज के गांव में मौजूद होने की सूचना पुलिस को मिली थी. मंगलवार तड़के पुलिस की एक टीम ने बताए गए स्थान पर छापेमारी की और वहां से कलुआ को गिरफ्तार कर लिया गया.

एसएसपी ने बताया कि कलुआ पर आरोप है कि उसने इंस्पेक्टर पर कुल्हाड़ी से वार किया था. कुल्हाड़ी से वार होने के बाद प्रशांत नट ने इंस्पेक्टर सुबोध को गोली मारी थी. उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. उसके पास से कुल्हाड़ी भी बरामद कर ली गई है. एसएसपी ने बताया कि कलुआ को मंगलवार को ही कोर्ट में पेश किया जाएगा.

इसके पहले पुलिस ने इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह पर गोली चलाने के मुख्य आरोपी प्रशांत नट को भी गिरफ्तार किया था. इसके बाद उसे सीजेएम कोर्ट में पेश कर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया था.

मालूम हो कि प्रशांत ने इंस्पेक्टर की पिस्तौल छीनकर उनकी आंख के पास गोली मारी थी, जिससे उनकी मौत हो गई. घटना के दो चश्मदीदों ने भी इंस्पेक्टर को गोली मारने में प्रशांत की पहचान की थी. वहीं, एसआईटी अब भी इस मामले से जुड़े कई अन्य लोगों से पूछताछ कर रही है.

प्रशांत ने खुलासा किया था कि हिंसा के दिन इंस्पेक्टर पहले घायल हो गए थे, क्योंकि पत्थरों से उन पर हमला किया गया था. हिंसा में मारे गए सुमित ने कई लोगों के साथ इंस्पेक्टर को खेत में दौड़या था. इसके जवाब में इंस्पेक्टर ने फायर किया तो गोली सुमित को जा लगी. उसके बाद इंस्पेक्टर को पीछे से प्रशांत ने पकड़ा और फिर उन्हीं की पीस्टल छीन कर गोली मार दी थी, पुलिस ने प्रशांत को गिरफ्तार करने के बाद घटना की जगह ले जाकर सीन को रिक्रिएट भी किया है.

गौरतलब है कि पिछले साल दिसंबर के माह में बुलंदशहर के चिंगरावटी पुलिस चौकी पर भीड़ की हिंसा के बाद इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या कर दी गई थी. भीड़ के इस हमले में इंस्पेक्टर सुबोध के अलावा एक अन्य युवक की मौत हो गई थी. इस हिंसा के सिलसिले में पुलिस ने अब तक 22 लोगों को गिरफ्तार किया है. एसआईटी की टीम हिंसा की घटना की जांच कर रही है.