लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उत्तर प्रदेश की सियासत में फिर हलचल शुरू हो गई है. हरदोई में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता नरेश अग्रवाल के विधायक बेटे नितिन अग्रवाल के सम्मेलन में शराब की बोतल बांटने का मामला सामने आया है. लंच पैकेट में शराब की बोतल बांटने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद बीजेपी सांसद अंशुल वर्मा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडे को शिकायती पत्र लिखा है.
Hardoi: Liquor bottles, kept in food packets, were distributed in an event organised by BJP's Naresh Agarwal's son Nitin at a temple y'day where the former was also present. BJP MP Anshul Verma says "I'll inform the top leadership. To rectify its mistake,BJP will have to rethink" pic.twitter.com/Sohkk4oJlF
— ANI UP (@ANINewsUP) January 7, 2019
दरअसल, रविवार (06 जनवरी) को शहर के प्राचीन श्रवण देवी मंदिर प्रांगण में पासी समाज के सम्मलेन का आयोजन किया गया. इस सम्मेलन का आयोजन हरदोई सदर से विधायक नितिन अग्रवाल ने किया था. इस सम्मलेन में पूर्व राज्यसभा सदस्य नरेश अग्रवाल भी मौजूद थे. सम्मेलन में लोगों के बीच बांटे गए लंच पैकेट और कंबल वितरित किए गए. आरोप है कि लंच पैकेट में पूड़ी-सब्जी के साथ शराब की बोतल भी थी. इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. वीडियो के वायरल होने के बाद बीजेपी सांसद अंशुल वर्मा ने अपनी ही पार्टी के नेता नरेश अग्रवाल और उनके बेटे खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
इस मामले से नाराज स्थानीय सांसद अंशुल वर्मा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडे को शिकायती पत्र लिखा है. पत्र में कहा गया है, '6 जनवरी 2019 को मेरे संसदीय क्षेत्र (लोकसभा) हरदोई के प्राचीन धार्मिक स्थल श्रवण देवी मंदिर में बीजेपी नेता नरेश अग्रवाल द्वारा आयोजित पासी सम्मेलन के दौरान उपस्थित क्षेत्रवासियों को नाबालिग बच्चों के बीच लंच पैकट में शराब की शीशी का वितरण किया है. यह अत्यंत दुखद है कि जिस संस्कृति की हमारी पार्टी दुहाई देती है. हमारे नवआगंतुक सदस्य नरेश अग्रवाल उस संस्कृति को भूल गए हैं.
उन्होंने लिखा कि नरेश अग्रवाल द्वारा हमारे पासी समाज का उपहास करते हुए जनपद के प्रख्यात शक्तिपीठ में शराब बांटने जैसा निंदनीय कार्य किया है. यदि इस प्रकार की पार्टी विरोधी गतिविधियों को पार्टी द्वारा गंभीरता से नहीं लिया गया तो हमारे समाज के हितार्थ चाहे सड़क पर उतरना पड़े, उनके सम्मान के साथ समझौता नहीं किया जाएगा. यदि इस प्रकरण में प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही साबित होती है तो पार्टी द्वारा उनके विरुद्ध भी कठोर विभागीय कार्रवाई करने की कृपा करें.
आपको बता दें कि नरेश अग्रवाल और इनके बेटे ने नितिन अग्रवाल ने कुछ समय पहले है समाजवादी पार्टी से भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए हैं.