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ANI

2019 के लोकसभा चुनाव के लिए पहले दौर के मतदान में सिर्फ तीन दिन बचे हैं और सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपना 48 पृष्ठ का चुनावी घोषणा पत्र जारी किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और पार्टी के कई वरिष्ठ नेता पार्टी द्वारा "संकल्प पत्र" या वादों के दस्तावेज़ के तौर पर पेश किये गए आयोजित इस मेगा इवेंट में मौजूद थे।

इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, 'हमारे मन में साफ है वन मिशन, वन डायरेक्शन। सरकार की सबसे बड़ी कसौटी यह नहीं कि क्या दिया, बल्कि कसौटी यह होती है कि अंतिम व्यक्ति तक पहुंचा या नहीं? हम आजादी के 75 साल में 75 लक्ष्य लेकर चले हैं।

बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने पिछले पांच साल का लेखा जोखा भी जनता के सामने रखा। बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, 'जब भी भारत का इतिहास लिखा जाएगा, 2014 से 2019 के पांच साल स्वर्ण अक्षरों में लिखे जाएंगे। हमारी सरकार को बुनियादी जरूरतों को जनता तक पहुंचाने में सफलता मिली है। देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने का काम मोदी सरकार ने किया है।'

शाह ने कहा, 'देश की सुरक्षा को सुनिश्चित करने का काम मोदी सरकार ने किया है। 2004 से 2014 तक भारत का गौरव हमेशा नीचे गया। बीजेनी ने देश को एक निर्णायक सरकार दी है। भारत एक महाशक्ति के तौर पर उभरकर सामने आया है। मुझे उम्मीद है कि मोदी जी के नेतृत्व में एनडीए के सभी दल फिर से आगे बढ़ेंगे और सरकार बनाएंगे।'

गृहमंत्री और पार्टी की संकल्प पत्र समिति के अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत के मन की बात इस संकल्प पत्र में रखी गई है। जहां जरूरी हुआ है वहां स्ट्रक्चरल बदलाव करने में भी हमने कोई संकोच नहीं किया है। हमारी सरकार ने जनता की हिस्सेदारी को संकल्प पत्र का अहम हिस्सा माना है, साथ ही जन भागीदारी को भी सुनिश्चित किया है। हमने करीब 6 करोड़ लोगों से इस अपने संकल्प पत्र को लेकर बात की है।

उन्होंने कहा, 'हमारा संकल्प पत्र की उपलब्धियों को आधार मानकर तैयार किया गया है। जब भी चुनाव होते हैं, हर राजनीतिक पार्टियां घोषणापत्र जारी किए जाते हैं। जो भी वादे अन्य पार्टियों ने किए, वे थोड़े भी पूरे हो गए होते तो भारत आज बहुत होता।'

संकल्प पत्र में ये हैं खास बात:

- राष्ट्रवाद के प्रति हमारी पूरी प्रतिबद्धता है। आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरें लागू करेंगे। किसी भी राज्य के लोगों की पहचान पर कोई आंच नहीं आने देंगे। देश की सुरक्षा पर समझौता नहीं करेंगे।
- राम मंदिर पर सभी संभावनाओं की तलाश करेंगे। प्रयास होगा कि जल्द से जल्द सौहर्द्रपूर्ण वातावरण में मंदिर का निर्माण होगा।
- किसान क्रेडिट कार्ड पर मिलने वाला एक लाख रुपये तक का लोन 5 साल तक ब्याज रहित रहेगा।
- सभी किसानों को होगा किसान सम्मान निधि का लाभ मिलेगा। छोटे और सीमांत किसानों को पेंशन की सुविधा दी जाएगी
- राष्ट्रीय व्यापार आयोग की मांग लंबे समय से की जा रही थी, जो बेहद इफेक्टिव आयोग होगा। छोटे दुकानदारों को 60 वर्ष के व्यपारियों को भी पेंशन दिया जाएगा।
- भारत में क्षेत्रीय असंतुलन को पूरी तरह से खत्म करेंगे।
- लैंड रिकॉर्ड का डिजिटाइजेशन किया जाएगा।
- जम्मू-कश्मीर से 35ए हटाने का प्रयास किया जाएगा।- मैंनेजमेंट, इंजीनियरिंग और लॉ कॉलेज सीटों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
- 2020 तक देश की सभी रेल पटरियों का इलेक्ट्रिफिकेशन पूरा किया जाएगा।
- ट्रेंड डॉक्टर और जनता के बीच अनुपात को 1:1400 किया जाएगा।
- निर्यात को दोगुना करने की दिशा में कदम बढ़ाएंगे।
- प्रत्येक व्यक्ति को 5 किमी तक बैंक सुविधा देने की कोशिश किया जाएगा।
- तीन तलाक के विरूद्ध कानून बनाकर मुस्लिम महिलाओं को न्याय दिलाने का प्रयास करेंगे।
'सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बने'

इस दौरान वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा, 'हमने 2014 के संकल्प पत्र को पूरा करने का प्रयास किया है। हमारा संकल्प पत्र 'टुकड़े-टुकडे गैंग' को प्रभावित करने के लिए नहीं है। 2014 में करप्शन का बोलबाला था। अनिणार्यक माहौल था और मजबूर सरकार थी। बीजेपी और हमारे उम्मीदवार नरेंद्र मोदी उम्मीद की तरह आए। आज माहौल बदल चुका है। हम डिलीवर करने वाली सरकार बने हैं। सायबर स्पेस से आउटर स्पेस तक हमने बढ़त बनाई है।'

उन्होंने कहा कि यह पहले 5 साल हैं जब देश दुनिया में सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बना। इतिहास में पहली सरकार हैं, जिसने गरीबी को सबसे तेजी से खत्म करने का काम किया है। पुरानी सरकारों ने सिर्फ नारे दिए। हमारी सरकार ने नतीजे दिए।

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा, 'हमारे शीर्षक और दूसरों के शीर्षक का अंतर समझें। आज हम घोषणा करने नहीं आए हैं, बल्कि संकल्प का भरोसा देने आए हैं। जब मैं कहती हूं कि हमने 34 करोड़ बैंक खाते खोले हैं तो लोग चौंक जाते हैं। पुरानी सरकार में 12 किमी हाइवे बनते थे इस सरकार में 29 किमी रोज बनते हैं। भारत की उपलब्धि के बारे में जानकर विदेश में लोग चौंक जाते हैं। विदेश के लोग शिक्षा और स्वास्थ्य के बारे में भी जानकर चौंक जाते हैं। फिलिस्तीन, सऊदी अरब, दक्षिण कोरिया, यूएई और संयुक्त राष्ट्र ने भी पीएम मोदी को सबसे बड़े सम्मानों से नवाजा है। पहली बार 57 इस्लामिक देशों के समूह में हम लोग मुख्य अतिथि बनाए गए हैं। हमने पाकिस्तान को उसके करीबी देशों के बीच अलग-थलग किया है। मैं आपसे कहना चाहती हूं कि हमारे संकल्प पत्र की तुलना बाकी पार्टियों के घोषणा पत्र से भी करें। हम मजबूत सरकार की वकालत कर रहे हैं, वे गठबंधन के नाम पर मजबूर सरकार की वकालत कर रहे हैं।'