उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने राज्य के जिलों के नाम बदलने की होड़ में हैं। इलाहाबाद को प्रयागराज और फैजाबाद का नया नाम अयोध्या करने के बाद खबरें हैं कि आगरा जिले का नाम कथित तौर पर 'अग्रवन' में बदल दिया जाएगा।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, इस मामले में जिले के आंबेडकर विश्वविद्यालय से नाम बदलने के प्रस्ताव पर साक्ष्य मांगे गए हैं। अब इस पर विश्वविद्यालय का इतिहास विभाग मंथन कर रहा है। इतिहास के जानकारों के मुताबिक, आगरा का नाम अग्रवन हुआ करता था। शासन अब ये साक्ष्य तलाशने की कोशिश कर रहा है कि अग्रवन का नाम आगरा किन परिस्थितियों में किया गया।
पिछले साल नवंबर में, दिवाली के अवसर पर फैजाबाद जिले का नाम बदलकर अयोध्या रखा गया था। साथ ही, अक्टूबर, 2019 के कुंभ मेले से पहले, योगी आदित्यनाथ ने ऐतिहासिक शहर इलाहबाद का नाम बदलकर प्रयागराज कर दिया था। ऐतिहासिक मुगल सराय रेलवे स्टेशन का नाम भी दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर रखा गया था।
आगरा के ही बीजेपी नेता जगन प्रसाद ने शहर का नाम बदलने की मांग की थी। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चिट्ठी भी लिखी। हालांकि उन्होंने आगरावन करने की मांग की थी।
उन्होंने सीएम को लिखा कि क्योंकि यहां पर काफी वन हैं और महाराजा अग्रसेन के काफी चाहने वाले इस शहर में रहते हैं इसलिए शहर का नाम आगरावन होना चाहिए।
विपक्ष ने की आलोचना
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के इस कदम ने कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) सहित तमाम विपक्षी दलों की नींद उड़ा दी थी। उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा, "उन्होंने अर्ध कुंभ को कुंभ का नाम दिया है। यह परंपरा और विश्वास के साथ खिलवाड़ करना है।"