बिहार में मुजफ्फरपुर के अहियापुर थाना क्षेत्र में सात दिसंबर को दुष्कर्म की कोशिश में नाकाम होने पर जलाई गई छात्रा आखिर जिंदगी से जंग हार गई और सोमवार की देर रात उसने दम तोड़ दिया. राजधानी पटना के अपोलो अस्पताल में भर्ती पीड़िता 80 फीसदी झुलस गई थी. पीड़िता ने गुनाहगारों को फांसी की सजा की मांग करते हुए अंतिम सांसें लीं.
अंतिम समय में पीड़िता के साथ मौजूद परिजनों के मुताबिक, "उसने अंतिम समय में भी कहा, 'मुझे न्याय चाहिए. जिस शख्स ने मुझे इस हालत में लाकर खड़ा किया है, उसे सजा मिले, उसे फांसी की सजा दी जाए."
आलमगंज के थाना प्रभारी अभिजीत कुमार ने बताया कि सोमवार रात पटना के एक निजी अस्पताल में पीड़िता ने इलाज के दौरान लगभग 11.40 बजे दम तोड़ दिया. पुलिस मामले में जांच में जुटी है. उल्लेखनीय है कि अहियापुर थाना क्षेत्र में आरोपी राजा राय ने छात्रा के घर में घुसकर छात्रा से दुष्कर्म करने की कोशिश की थी.
दुष्कर्म में असफल होने के बाद उसने छात्रा पर केरोसिन का तेल उड़ेल कर आग लगा दी थी. छात्रा के करीब 80 प्रतिशत जल जाने के बाद आरोपी ने ही उसे एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया था और फरार हो गया था.
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. दूसरा आरोपी मुकेश भी अदालत में आत्मसमर्पण कर चुका है. इस बीच, 10 दिनों तक मौत से जूझने के बाद सोमवार रात पीड़िता की मौत की खबर मुजफ्फरपुर पहुंचते ही पीड़िता के गांव में मातम छा गया.
चिकित्सकों के मुताबिक, सोमवार की दोपहर से उसकी तबीयत खराब होनी शुरू हो गई थी, दिन में कई बार उल्टी होने पर डॉक्टर उसकी निगरानी में लगातार जुटे थे. देर शाम उसे सांस लेने में तकलीफ होने लगी थी. उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए चिकित्सकों ने ऑक्सीजन भी लगाया परंतु पीड़िता को बचाया नहीं सका.
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी आईएएनएस द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है. यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है.