उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में 9 माह के एक नवजात शिशु की कथित तौर पर पोलियो की दवा पीने के बाद मौत हो गई. पल्स पोलियो की वैक्सीन पीने के बाद नवजात की मौत की खबर फैलते ही पूरे सरकारी अमले में हड़कंप मच गया. बांदा के डीएम एच. लाल ने कहा, ''यह दुखद है. ऐसी घटना पहली बार हुई है. मामले की जांच के लिए एक कमेटी गठित की जा रही है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी''.
A 9-month-old infant died allegedly after consuming polio drops in Banda. H Lal, DM Banda says, "It's unfortunate, this is first the time such a thing has happened. I will constitute a committee to investigate the matter.Appropriate action will be taken against the guilty."(13/3) pic.twitter.com/jCLzH1XJAB
— ANI UP (@ANINewsUP) March 13, 2019
गौरतलब है कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बीते शनिवार को ही पल्स पोलियो कार्यक्रम 2019 की शुरूआत की. राष्ट्रपति ने राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस की पूर्व संध्या पर 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को पोलियो की दवा पिलाकर देशव्यापी पल्स पोलियो कार्यक्रम-2019 की शुरुआत की थी.
गौरतलब है कि इससे पहले पिछले साल अक्टूबर में पोलियो की दवा में टाईप-2 विषाणु मिलने का मामला सामने आया था. यह दूषित दवा तीन राज्यों के बच्चों को पिला भी दी गई थी. इसमें महाराष्ट्र, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश शामिल थे. स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने खुद इसकी पुष्टि की थी. बाद में मंत्रालय ने तीनों राज्यों को परामर्श जारी कर सुनिश्चित करने के लिए कहा कि पोलियो निगरानी टीमें उन बच्चों का पता लगाएं जिन्हें दूषित बूंदें पिलाई गईं.
स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि निगरानी टीमों से कहा गया है कि बच्चों पर नजर रखी जाए और किसी भी तरह के लक्षण पर निगाह बनाए रखी जाए। यह देखने की जरूरत है कि विषाणु किस तरीके से प्रभावित करता है.