विभिन्न मीडिया रिपोर्टों के हवाले से खबर आ रही है कि भारतीय वायुसेना ने एलओसी पार करके जैश के ठिकानों पर बड़ी कार्रवाई की है। एयरफोर्स ने बालाकोट, चकोटी और मुजफ्फराबाद में जैश के ठिकानों पर कार्रवाई करते हुए मंगलवार सुबह 3:30 बजे यह हमला किया है। ज्ञातव्य हो कि ये खबर सूत्रों के हवाले से आ रही है, अभी भारतीय वायु सेना ने इसकी पुष्टि नहीं की है। सूत्रों के मुताबिक एयरफोर्स आज प्रेस कॉंफ्रेंस कर सकती है।
IAF Sources: 12 Mirage 2000 jets took part in the operation that dropped 1000 Kg bombs on terror camps across LOC, completely destroying it pic.twitter.com/BP3kIrboku
— ANI (@ANI) February 26, 2019
सामाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक रात साढ़े तीन बजे भारतीय सेना के मिराज 2000 ने कार्रवाई की है। एएनआई ने एयरफोर्स सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि सुबह साढ़े तीन बजे मिराज 2000 फाइटर जेट्स ने एलओसी के पार एक बड़े आतंकी अड्डे पर बमबारी की और उसे पूरी तरह तबाह कर दिया। पाकिस्तानी सेना ने भारतीय वायुसेना की एयर स्ट्राइक की बात को स्वीकार किया। पाकिस्तानी सेना ने माना है कि हमले की वजह पूरा इलाका तबाह हो गया है।
इससे पहले पाकिस्तान ने कहा था कि भारतीय वायुसेना ने एलओसी का उल्लंघन किया है। जब पाकिस्तानी वायुसेना ने इसके खिलाफ कार्रवाई की तब भारतीय एयरक्राफ्ट वापस लौट गया। मंगलवार को पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने ट्वीट कर भारत पर यह आरोप लगाया है।
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने ट्वीट कर भारत पर यह आरोप लगाया है। भारत पर सीमा के उल्लंघन का आरोप लगाने वाले ट्वीट के बाद गफूर ने एक और ट्वीट किया। इसमें उन्होंने लिखा है कि भारतीय वायुसेना ने मुजफ्फराबाद सेक्टर से घुसपैठ की कोशिश की थी। उन्होंने आगे लिखा है कि पाकिस्तानी सेना द्वारा ठीक समय पर प्रभावी जवाब दिया गया।
उन्होंने जानकारी दी है कि घटना में किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ है। हालांकि, भारतीय वायुसेना की ओर से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है। गौरतलब है कि पुलवामा हमले के बाद दोनों देशों के रिश्तों में तल्खी और बढ़ी है। इस माहौल में पाकिस्तान लगातार भारत पर युद्ध उन्माद फैलाने का आरोप लगा रहा है।
भारतीय वायुसेना की बड़ी कार्रवाई के बाद प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में सीसीएस (कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी) की बैठक हुई. इस बैठक में पीएम के अलावा गृह मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, वित्त मंत्री अरुण जेटली, एनएसए अजीत डोवाल समेत उच्च अधिकारियों ने हिस्सा लिया. बताया जा रहा है कि बैठक में एयरफोर्स के ऑपरेशन और आगे की रणनीति को लेकर चर्चा हुई है.