देश की साइबर सुरक्षा का ध्यान रखने वाली नोडल एजेंसी सर्ट-इन ने प्रधानमंत्री केयर्स कोष में दान देने वाले लोगों को मिलते-जुलते नामों वाली फर्जी यूपीआई आईडी से सावधान रहने को कहा है।
उसने कहा कि इस कोष में दान देने के लिए सरकार की ओर से आधिकारिक यूपीआई आईडी 'पीएमकेयर्स@एसबीआई' (pmcares@sbi) जारी की गयी है। यह 'पीएम केयर्स' (PM CARES) नाम से पंजीकृत है।
सर्ट-इन ने बताया कि सरकार को इस संबंध में पीएमकेयर्स@पीएनबी (pmcares@pnb), पीएमकेयर्स@एचडीएफसीबैंक (pmcares@hdfcbank), पीएमकेयर@येसबैंक (pmcare@yesbank), पीएमकेयर@वाईबीएल (pmcare@ybl), पीएमकेयर@यूपीआई (pmcare@upi) पीएमकेयर@एसबीआई (pmcare@sbi) और पीएमकेयर्स@आईसीआईसीआई(pmcares@icici) जैसी फर्जी यूपीआई आईडी की जानकारी मिली है।
सर्ट-इन कोष में दान देने वालों से यूपीआई आईडी की सत्यता की पुष्टि करने के लिए कहा है। सीईआरटी-इन ने कहा, ''पीएम-केयर्स कोष में योगदान के लिए असली यूपीआई आईडी ''pmcares@sbi'' है और पंजीकृत खाते का नाम ''PM CARES'' है। इसके अलावा कोई भी आईडी फर्जी है।''
सरकार ने कोरोना वायरस महामारी का मुकाबला करने के लिए पीएम-केयर्स कोष बनाया है, जिसमें आम आदमी से लेकर बड़े कॉरपोरेट तक, सभी योगदान कर सकते हैं।
निगरानी संस्था ने कहा कि सीईआरटी-इन को फर्जी यूपीआई आईडी के बारे में कई खबरें मिली हैं, जो 'आपातकालीन दशाओं में प्रधानमंत्री नागरिक सहायता और राहत कोष' (पीएम-केयर्स) की यूपीआई आईडी से मिलती हैं।
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है. यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है.