-
Reuters

सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 7.12 प्रतिशत बढ़कर 246.51 करोड़ रुपये हो गया। इससे पिछले वित्त वर्ष इसी अवधि में बैंक को 230.11 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था।

शेयर बाजार को दी जानकारी में बैंक ने बताया कि समीक्षाधीन अवधि में उसकी कुल आय 2.46 प्रतिशत घटकर 14,854.24 करोड़ रुपये रही जो इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 15,257.5 करोड़ रुपये रही थी।

पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) को 2018 की जुलाई-सितंबर तिमाही में 4,532.35 करोड़ रुपए और जून तिमाही में 940 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ था। नीरव के घोटाले की वजह से जनवरी-मार्च में 13,417 का घाटा हुआ। यह भारतीय बैंकिंग इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा नुकसान था। 13 हजार करोड़ रुपए के घोटाले के बाद लगातार घाटे में जा रही पीएनबी को अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 246.51 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ।

उल्लेखनीय है कि पीएनबी 14,356 करोड़ रुपये के नीरव मोदी, मेहुल चोकसी धोखाधड़ी मामले का शिकार हुआ है। बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनील मेहता ने कहा कि कंपनी के वित्तीय आंकड़े फिर से सकारात्मक दिशा में दिखने लगे हैं।

-
ANI

पीएनबी के चेयरमैन सुनील मेहता ने कहा है कि बैंक नुकसान की भरपाई करने की राह पर है। फंजे कर्ज में तेजी से कमी का दावा करते हुए उन्होंने कहा कि पहले तीन क्वॉर्टर में बैंक ने 16000 करोड़ रुपये की रिकवरी की है। यह पिछले साल हुई रिकवरी से करीब तीन गुना ज्यादा है। इससे ग्रॉस एनपीए पर्सेंटेज 18.32% से घटकर 16.33 फीसदी रह गया है।

मेहता ने कहा, 'पहले क्वॉर्टर में घाटा 5250 करोड़ था, दूसरे क्वॉर्टर में यह 4470 करोड़ रहा और तीसरे क्वॉर्टर में यह 3200 करोड़ रह गया। हर क्वॉर्टर में घाटे में कमी आई है। इसने हमें पहले हुए नुकसान की भरपाई में मदद की है।'

बैंक को हजारों करोड़ रुपये का चूना लगाने वाले हीरा कारोबारी नीरव मोदी को लेकर पीएनबी चेयरमैन ने कहा, 'इस मामले में हमने 100% प्रोविजनिंग की है। यह तीसरे क्वॉर्टर तक पूरा हो गया।' वहीं, भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या को लेकर सुनील मेहता ने कहा कि उसके असेट की रिकवरी कानूनी प्रक्रिया के तहत की जाएगी।

मेहता ने कहा कि हमने अपनी सभी प्रतिबद्धताओं को पूरा किया है। आज की तारीख में हमारे बैंक ने उस घटना (नीरव मोदी धोखाधड़ी) के लिए पूरा प्रावधान कर दिया है। लेकिन अब बैंक उस घटना से उबर चुका है। बैंक की सकल गैर-निष्पादित आस्तियां उसके सकल ऋण का 16.33 प्रतिशत पर पहुंच गई जो इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 12.11 प्रतिशत पर थी। बैंक का शुद्ध एनपीए उसके शुद्ध ऋण का 8.22 प्रतिशत रहा है जो इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 8.90 प्रतिशत था।

समीक्षाधीन अवधि में बैंक ने फंसे कर्ज के लिए 2,565.77 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है।