अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत द्वारा जहां पाकिस्तान में आतंकियों की मौजूदगी की बात उठाए जाने का इस्लामाबाद विरोध करता आया है वहीं अब खुद पाक सेना ने स्वीकार कर लिया है कि वहां आतंकी मौजूद हैं और आतंकवाद को खत्म करने के लिए काफी कुछ किए जाने की जरूरत है। पाकिस्तानी सेना का यह बयान तब काफी अहम माना जा रहा है जब भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि इस्लामाबाद के साथ कोई बातचीत तभी हो सकती है जब वह अपने यहां मौजूद आतंकियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करेगा।
इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस के डीजी मेजर जनरल आसिफ गफूर ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, 'हमने हिंसक चरमपंथी संगठनों और जिहादी संगठनों को प्रतिबंधित कर दिया है और हम उनके खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं।' गफूर ने कहा कि पाक को काफी क्षति झेलनी पड़ी है और आतंकवाद को खत्म करने के लिए काफी कुछ करने की जरूरत है। हमने आतंकवाद के कारण लाखों डॉलर गंवाए हैं।
उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि पूर्व की सरकारें आतंकवाद से निपटने में नाकाम रही हैं और उसकी वजह से पाकिस्तान को लाखों डॉलर का नुकसान हुआ है। गफूर ने कहा, 'सरकारें मेहरबानी करने में व्यस्त रही हैं और हर सुरक्षा एजेंसी इसी में व्यस्त रही है। इस वजह से हम प्रतिबंधित संगठनों के खिलाफ उस रणनीति को बनाने में नाकाम रहे हैं, जो हम आज बना रहे हैं।'
बता दें कि 14 फरवरी को जैश द्वारा पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर किए गए आतंकी हमले के बाद भारत ने कड़ा रुख अख्तियार किया है। इस घटना में सीआरपीएफ के 40 जवानों की मौत हो गई थी। इसके बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए 26 जनवरी को पाक में मौजूद आतंकी शिविरों पर हवाई हमला किया था और फिर अगले ही दिन पाकिस्तानी वायु सेना ने भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश की जिसे वायु सेना के विमानों ने खदेड़ दिया। इसी क्रम में पाक वायु सेना और भारतीय वायु सेना के पायलटों के बीच आसमान में डॉग फाइट हुई और विंग कमांडर अभिनंदन ने पाक के एफ16 जेट को मार गिराया। हालांकि, उनके मिग-बाइसन को भी गिरा दिया गया था और इजेक्ट होने के क्रम में वह पीओके में जा गिरे और फिर उन्हें पाक सैनिकों ने कब्जे में ले लिया। हालांकि, उन्हें फिर रिहा कर दिया गया।
कब्जे में लिए गए भारतीय वायु सेना के पायलटों की संख्या पर हुए भ्रम की स्थिति पर उन्होंने कहा, 'शुरुआत में हमें सही रास्ते से जानकारी मिली। फिर मैंने व्यक्तिगत रूप से पाया कि एक व्यक्ति को ही पकड़ा गया है और मैंने खुद सही जानकारी दी। यह कैसे हो सकता है कि आप मेरे एक बयान को स्वीकार करने को तैयार हैं, और दूसरे को नहीं।' गफूर ने साथ ही कहा कि भारत पाकिस्तान के संकल्प की परीक्षा न ले। उन्होंने कहा, 'हमने पहले भी पलट कर हमला नहीं किया क्योंकि हम शांति चाहते हैं।'