लोकप्रिय ऑनलाइन प्लेयर अननोन्स बैटलग्राउंड्स गेम (पबजी) के आदी 16 साल के एक लड़के ने माता-पिता द्वारा उसका मोबाइल फोन ले लिये जाने के बाद अपने अपहरण का फर्जी नाटक रचा और उनसे (माता-पिता से) फिरौती की मांग की। हैदराबाद पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी।
पुलिस के अनुसार आईआईटी की कोचिंग करने वाला यह किशोर अपने माता-पिता को 11 अक्टूबर को यह कहकर घर से निकला कि वह दोस्त के घर जा रहा है। उसके बाद वह लापता हो गया। तब उसके माता-पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज करायी। लेकिन वह लड़का मुम्बई के लिए रवाना हो चुका था।
पुलिस ने बताया कि जिस बस से वह जा रहा था, जब वह बस शोलापुर में रूकी तब वह बस से उतरा। उसने अपनी आवाज बदलकर एक राहगीर के फोन से अपनी मां को कॉल किया और कहा कि 'उसके बेटे का अपहरण कर लिया गया है' और उसने उसकी रिहाई के लिए तीन लाख रूपये की फिरौती मांगी।
पुलिस के मुताबिक 12 अक्टूबर को लड़का हैदराबाद लौटा और उसने आंध्रप्रदेश के गुंटूर जिले के लिए ऑनलाइन टिकट बुक कराया जहां उसके नाना-नानी रहते हैं। रायदुर्गम थाने के निरीक्षक एस रविंदर ने बताया कि उसकी मां को टिकट बुकिंग का संदेश मिल गया और उसने पुलिस को इसकी सूचना दे दी। पुलिस टीम सेंट्रल बस स्टैंड पर गयी और उसने उसका (लड़के का) पता लगा दिया।
पुलिस ने बताया कि इस लड़के ने कक्षा दसवीं की परीक्षा में अच्छे अंक हासिल किये थे लेकिन अब वह पढाई में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहा था और वह पबजी खेलने का आदी हो गया था। तब उसके माता-पिता ने उसका मोबाइल ले लिया।
गौरतलब है कि ऑनलाइन गेम पबजी का खुमार युवाओं में जबरदस्त है। युवा इस गेम से इतने प्रभवित रहते हैं कि वह किसी भी हद तक जाने को तैयार हो जाते हैं। इस गेम के प्रभाव से ही युवा क्राइम करना शुरू कर देते हैं। पबजी के प्रभाव को देखते हुए इस गेम को बंद करने की मांग समय-समय उठती रही है।
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है। यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है।