तेज प्रताप नहीं चाहते कि पत्नी ऐश्वर्या राजनीति में उतरें.
तेज प्रताप नहीं चाहते कि पत्नी ऐश्वर्या राजनीति में उतरें.आईएएनएस

राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेज प्रताप यादव, जिन्होंने अपनी और पत्नी ऐश्वर्या राय की साईकिल की सवारी करते तस्वीर से इंस्टाग्राम पर तहलका मचा दिया था, ने गुरुवार 17 मई को कहा कि वे नहीं चाहते कि उनकी पत्नी राजनीति में उतरें.

बिहार के पूर्व मंत्री चंद्रिका राय की बेटी ऐेश्वर्या राय के साथ 12 मई को विवाह के बंधन में बंधने वाले तेजप्रताप ने यह बात पटना में बिहार विधानसभा की बैठक में भाग लेते समय तब कही जब उनसे पूछा गया कि क्या उनकी पत्नी भी उनकी मां की तरह राजनीति में शामिल होंगी. लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे ने तुरंत ''ना'' में जवाब देते हुए यह भी स्पष्ट किया कि आखिर क्यों वे उनके राजनीतिज्ञ बनने के विरोध में हैं.

द टेलीग्राफ ने तेजप्रताप के हवाले से लिखा, ''ऐश्वर्या के राजनीति में आने की कोई संभावना है और मैं भी व्यक्तिगत रूप से उनके राजनीति में आने का विरोधी हूं. वे अपने सास-ससुर की सेवा करने में खुश हैं और वे एक ऐसी अच्छी पत्नी हैं जो सिर्फ मेरी ही नहीं बल्कि मेरे माता-पिता की भी सेवा कर रही हैं. वे एक अच्छी प्रकृति वाली लड़की हैं और मैं काफी भाग्यशाली हूं.''

पूर्व स्वास्थ्य मंत्री से ऐश्वर्या के राजनीति में उतरने की योजनाओं के बारे में इसलिये पूछा गया क्योंकि वे खुद एक राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखती हैं. उनकी माँ, जो खुद सरन जिले के पारसा से विधायक हैं के अलावा उनके पिता दारोगा प्राद राय बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री रहे हैं.

इसके अलावा कुछ खबरों यह भी दावा किया गया था कि आगामी लोकसभा चुनावों में ऐश्वर्या को छपरा से प्रत्याशी बनाकर उतारा जा सकता है क्योंकि सारन जिले के इस मुख्यालय को लालू का गढ़ माना जा सकता है.

इससे पूर्व तेज प्रताप की माँ राबड़ी देवी ने भी स्पष्ट किया था कि ऐश्वर्या राजनीति में नहीं उतरेंगी.

राबड़ी देवी भी ऐश्वर्या के राजनीति में उतरने के विरोध में हैं.
राबड़ी देवी भी ऐश्वर्या के राजनीति में उतरने के विरोध में हैं.आईएएनएस

हालांकि नाम न छापने की शर्त पर एक आरजेडी नेता ने अंगेजी दैनिक को बताया कि अगर आवश्यकता होती है तो ही ऐश्वर्या राजनीति में शामिल होंगी.

आरजेडी नेता ने कहा, ''तेज प्रताप जी भले ही दावा करें कि वे नहीं चाहते उनकी पत्नी राजनीति में शामिल हों लेकिन समय ही बताएगा. अगर परिवार में परिस्थितियां पैदा होती हैं तो निश्चित ही वे राजनीतिक अखाड़े में उतरेंगी. आपको तो मालूम ही है कि मौजूदा परिस्थितियों में कैसे लालूजी, तेजस्वीजी, मीसाजी और राबड़ीजी लगातार केंद्रीय जांच एजेंसियों के निशाने पर हैं.''

इस बीच तेज प्रताप ने कहा है कि वे अपने हनीमून की योजनाओं का खुलासा नहीं करना चाहते हैं.