कर्ज में डूबी रुचि सोया का अधिग्रहण करने के बाद हरिद्धार स्थित पतंजलि समूह को चालू वित्त वर्ष के दौरान कुल कारोबार 25,000 करोड़ रुपये तक पहुंच जाने की उम्मीद है। योग गुरू रामदेव ने शुक्रवार को यह जानकारी देते हुये कहा कि अब समूह का लक्ष्य देश की सबसे बड़ी एफएमसीजी कंपनी बनना है।
रामदेव ने कहा कि चालू वित्त वर्ष के अंत तक कंपनी का संयुक्त कारोबार 25,000 करोड़ रुपये रहने की उम्मीद है। इसमें 12,000 करोड़ रुपये का कारोबार पतंजलि समूह और 13,000 करोड़ रुपये का कारोबार रुचि सोया का होने की संभावना है।
रामदेव ने कहा, ''अगले पांच साल में हमारा कारोबार 50,000 से एक लाख करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है। इसके बाद हम हिंदुस्तान यूनिलीवर की जगह देश की सबसे बड़ी एफएमसीजी कंपनी होंगे।''
एफएमसीजी कंपनियां तेल, साबुन, डिटर्जेंट, बिस्कुट, शैंपू इत्यादि रोजमर्रा के त्वरित उपभोग वाला सामान बनाने वाली कंपिनयां होतीं हैं।
रामदेव ने कहा, ''स्वास्थ्य को लेकर सजग रहने वाले लोगों को ध्यान में रखते हुए हम न्यूट्रैला ब्रांड के तहत तीन नए उत्पाद पेश करेंगे। यह उत्पाद हृदय, कोलेस्ट्रोल और उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियों से जूझ रहे लोगों को ध्यान में रखकर पेश किए जाएंगे।'' कंपनी न्यूट्रैला गोल्ड नाम से खाद्य तेल के अलावा न्यूट्रैला हनी और न्यूट्रैला प्रोटीन आटा पेश करेगी।
रामदेव ने कहा, ''आने वाले सालों में हमें रुचि सोया के तिगुना वृद्धि करने की उम्मीद है।'' यह देश पर खाद्य तेल आयात के दबाव को कम करेगा और भारत को इस क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगा। पतंजलि रुचि सोया के महाकोश ब्रांड के लिए सिने तारिका माधुरी दीक्षित को ब्रांड एंबेसडर बनाए रखेगा।
वर्तमान में हिंदुस्तान यूनिलीवर देश की सबसे बड़ी एफएमसीजी कंपनी है। 2018-19 में कंपनी की आय 38,000 करोड़ रुपये रही। जीएसके हेल्थकेयर का अधिग्रहण करने के बाद कंपनी को उसकी आय बढ़ने की उम्मीद है।
रामदेव ने बताया कि भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के दिशानिर्देशों के अनुसार अगले दो साल में रुचि सोया के 25 प्रतिशत शेयर बाजार में बेचे जाएंगे। रुचि सोया के अधिग्रहण पर उन्होंने कहा कि रुचि सोया के उत्पाद पतंजलि के उत्पादों से प्रतिस्पर्धा नहीं करेंगे बल्कि यह ग्राहकों के लिए और अधिक विकल्प उपलब्ध कराएंगे।
रुचि सोया के साथ पतंजलि समूह का लक्ष्य अगले पांच साल में अपने 25 करोड़ ग्राहकों की संख्या बढ़ाकर 50 करोड़ करने का है।
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है. यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है.