पंजाब पुलिस और पंजाब नेशनल बैंक के (पीएनबी) के खिलाड़ियों ने 56वें नेहरू हाकी टूर्नामेंट के फाइनल के दौरान सोमवार को यहां मैदान पर ही आपस में मारपीट की। राष्ट्रीय महासंघ हाकी इंडिया ने इस पर टूर्नामेंट के आयोजकों से विस्तृत रिपोर्ट देने के लिये कहा है।
झगड़ा उस समय शुरू हुआ जब दोनों टीमें 3-3 से बराबरी पर थी और गेंद पंजाब पुलिस के सर्कल में पीएनबी के पास थी। खिलाड़ियों ने टर्फ पर ही एक दूसरे पर घूंसे जड़े और हाकी स्टिक से मारपीट की।
#WATCH Delhi: Scuffle broke out between Punjab Police Hockey & Punjab National Bank Hockey teams during Nehru Cup finals. Elena Norman, Hockey India CEO says, "We're awaiting official report from Tournament officials, based on which Hockey India will take necessary action." pic.twitter.com/Yz3LAtGPl7
— ANI (@ANI) November 25, 2019
इसके बाद टूर्नामेंट के अधिकारी बीच बचाव करने के लिये गये। खेल कुछ देर तक रुका रहा जिसके बाद दोनों टीमों के आठ-आठ खिलाड़ियों के साथ मैच आगे शुरू हुआ।
दोनों टीमों के तीन-तीन खिलाड़ियों को लाल कार्ड दिखाया गया। इसके अलावा पंजाब पुलिस के मैनेजर को भी अपने खिलाड़ियों को उकसाने के लिये लाल कार्ड मिला। पीएनबी ने आखिर में यह मैच 6-3 से जीता।
हाकी इंडिया ने इस घटना को गंभीरता से लिया और टूर्नामेंट के निदेशक महेश कुमार से विस्तृत रिपोर्ट देने के लिये कहा है।
हाकी इंडिया की सीईओ इलेना नोर्मन ने कहा, ''हम टूर्नामेंट के अधिकारियों से आधिकारिक रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। इसके आधार पर हाकी इंडिया जरूरी कार्रवाई करेगा।'' टूर्नामेंट के निदेशक से संपर्क करने की सभी कोशिश नाकाम साबित हुई।
भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने भी हाकी इंडिया से इस घटना में शामिल खिलाड़ियों और अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिये कहा है। बत्रा अंतरराष्ट्रीय हाकी महासंघ (एफआईएच) के प्रमुख भी हैं।
घटना से नाराज बत्रा ने कहा, ''इस तरह की गैरजिम्मेदाराना टीम और उनके लापरवाह प्रबंधन, इस तरह के खिलाड़ी और कमजोर और रीढ़विहीन आयोजन समिति खेल का नाम खराब करते हैं और उसकी प्रतिष्ठा को धूमिल करते हैं। मैं हाकी इंडिया से कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह करता हूं।''
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है. यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है.