निसान के चेयरमैन कार्लोस घोसन
निसान के चेयरमैन कार्लोस घोसनNissan

मित्शुबिशी मोटर्स के कार्यकारियों ने कार्लोस घोसन की अचानक हुई गिरफ्तारी के बाद उसे चेयरमैन पद से हटा दिया. इससे पहले घोसन को निसान के चेयरमैन पद से भी हटाया जा चुका है. घोसन को कई सालों तक अपना वेतन 4.4 करोड़ डॉलर कम बताने को लेकर जापान में गिरफ्तार किया गया है.

बता दें कि पिछले सप्ताह 20 नवंबर को कार्लोस घोसन को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया था.

जापानी कंपनी ने घोसन को उन पर भ्रष्टाचार लगे आरोपों के ठीक दो साल बाद बाहर निकाला है. मित्सुबिशी ने अस्थाई चेयरमैन ओसामु मासुको को बनाया है. निसान-रेनॉ-मित्सुबिशी का गठजोड़ बनाने वाले घोसन की हुई गिरफ्तारी से वैश्विक कार उद्योग और जापान का कारपोरेट जगत सकते में आ गया था.

मित्शुबिशी ने घंटे भर चली बैठक के बाद यहां जारी बयान में कहा कि आज निदेशक मंडल की बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया कि उन्हें (घोसन को) चेयरमैन पद से हटाया जाये. ब्राजील में पैदा हुए फ्रांसीसी घोसन (64) को 2016 के ईंधन खपत संबंधित घोटाले के बाद मित्शुबिशी को वापस पटरी पर लाने का श्रेय दिया जाता है. उन्हें निसान-रेनॉ गठजोड़ का भी श्रेय मिलता है. हालांकि, घोसन के अचानक पतन के बाद निसान-रेनॉ गठजोड़ पर भी संशय के बादल मंडरा रहे हैं.

कार्लोस पर भले ही भ्रष्टाचार और वित्तीय घोटालों के आरोप लगें लेकिन वह कार्लोस ही हैं जिन्होंने एक समय में निसान को दिवालिया होने से बचाया था. कार्लोस पर आरोप हैं कि उन्होंने कई वर्षों तक अपनी वास्तविक आय कम बताई. यही नहीं उन्होंने कंपनी के पैसों का निजी इस्तेमाल भी किया.

व्हिसल ब्लोअर की शिकायत पर कार्लोस के खिलाफ जांच शुरू हुई थी. गिरफ्तार किए जाने के बाद अब कहा जा रहा है कि उन्हें चेयरमैन के पद से हटाया जाएगा यही नहीं इस मामले में कंपनी के एक निदेशक ग्रेग कैली पर भी ऐसे ही आरोप लगे हैं. बताया जा रहा है कि उन्हें भी जल्द ही कंपनी से बाहर किया जाएगा.