दिल्ली की तिहाड़ जेल में कोई जल्लाद नहीं होने के मद्देनजर जेल प्रशासन ने जल्लाद मुहैया कराने के लिए देश की अन्य जेलों से संपर्क किया है.
दिल्ली की तिहाड़ जेल में कोई जल्लाद नहीं होने के मद्देनजर जेल प्रशासन ने जल्लाद मुहैया कराने के लिए देश की अन्य जेलों से संपर्क किया है. सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी. तिहाड़ जेल में ही निर्भया बलात्कार और हत्या मामले के दोषी बंद है. सूत्रों ने बताया कि उत्तर प्रदेश के जेल प्रशासन से अनौपचारिक बातचीत चल रही है.
सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से अनुशंसा की है कि 23 वर्षीय पैरा मेडिकल छात्रा से दुष्कर्म कर उसकी हत्या के मामले में दोषी एक आरोपी विनय शर्मा की दया याचिका खारिज कर दी जाए.
उन्होंने बताया कि इसके एक दिन बाद शर्मा ने यह कहकर दया याचिका वापस ले ली कि उसे बिना उसकी सहमति के भेजा गया था.
निर्भया से 16 दिसंबर, 2012 की रात सामूहिक दुष्कर्म के मामले में चार लोगों को फांसी की सजा सुनाई गई है, जबकि एक आरोपी ने सुनवाई के दौरान ही खुदकुशी कर ली थी. एक दोषी को नाबालिग होने की वजह से तीन साल सुधार गृह में रखने के बाद रिहा कर दिया गया.
उच्चतम न्यायालय ने 12 दिसंबर 2018 को उस जनहित याचिका को खारिज कर दिया था जिसमें केंद्र सरकार को मामले के दोषी मुकेश, पवन, विनय और अक्षय को मिली फांसी की सजा पर अमल करने के निर्देश देने की मांग की गई थी.
गौरतलब है कि तिहाड़ जेल में आखिरी बार फांसी की सजा 13 फरवरी 2013 को संसद हमले के दोषी अफजल गुरु को दी गई थी.
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है. यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है.