Petrol
IANS

केंद्र सरकार कच्चे तेल के अंतरराष्ट्रीय भाव में बड़ी गिरावट का फायदा आम लोगों तक नहीं पहुंचने दे रही है। केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी और रोड सेस मिलाकर कुल तीन रुपये प्रति लीटर की दर से ज्यादा कमाई का फैसला किया है।

गौरतलब है कि कोरोना वायरस और अमेरिका-रूस में एक-दूसरे से ज्यादा तेल उत्पादन की लगी होड़ के कारण कच्चे तेल की कीमत में बड़ी गिरावट दर्ज की जा रही है। इससे पेट्रोल-डीजल की लागत में अच्छी-खासी गिरावट आई है, लेकिन सरकार ने पहले की तरह ही इस बार भी घटते अंतराष्ट्रीय भाव का फायदा रोकने का सिलसिला बरकरार रखा है।

एक आधिकारिक अधिसूचना में कहा गया है कि पेट्रोल पर विशेष उत्पाद शुल्क प्रति लीटर 2 रुपये बढ़ाकर 8 रुपये कर दिया है, तो वहीं डीजल पर यह शुल्क 2 रुपये बढ़कर अब 4 रुपये प्रति लीटर हो गया है।

इसके अलावा, पेट्रोल और डीजल पर लगने वाला रोड सेस भी एक-एक रुपये प्रति लीटर बढ़ाकर 10 रुपये कर दिया गया है।

उत्पाद शुल्क में वृद्धि से सामान्य तौर पर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि होती है। हालांकि, इस वृद्धि को वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में आई गिरावट के साथ समायोजित किया जाएगा। इससे कीमतों में इजाफा नहीं होने के आसार हैं।

साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है. यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है.