शेयर बाजारों में नये वित्त वर्ष की शुरूआता अच्छी नहीं रही और बीएसई सेंसेक्स बुधवार को 1,203 अंक लुढ़ककर 28,265.31 अंक पर बंद हुआ। दुनिया भर के बाजारों में बिकवाली के साथ घरेलू बाजार में भी गिरावट दर्ज की गयी। कोरोना वायरस महामारी के कारण दुनिया भर में 'रोकथाम की पाबंदियों' का प्रभाव अर्थव्यवस्थाओं और निवेशकों पर पड़ रहा है।
तीस शेयरों वाला सेंसेक्स 1,203.18 अंक यानी 4.08 प्रतिशत टूटकर 28,265.31 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार,नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 343.95 अंक यानी 4 प्रतिशत का गोता लगाकार 8,253.80 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के शेयरों में सर्वाधिक नुकसान में टेक महिंद्रा रही। कंपनी का शेयर 9 प्रतिशत तक लुढ़क गया। उसके बाद क्रमश: कोटक बैंक, एक्सिस बैंक, टीसीएस, इन्फोसिस और एचयूएल का स्थान रहा। वहीं दूसरी तरफ हीरो मोटो कार्प, बजाज ऑटो, बजाज फाइनेंस और टाइटन के शेयर लाभ में रहे।
कारोबारियों के अनुसार घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट वैश्विक बाजारों के अनुरूप रही। कोरोना वायरस महामारी से राहत मिलने की संभावना नहीं दिखने के साथ बाजार में गिरावट आयी। उनका कहना है कि वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिये 'लॉकडाउन' का असर कारोबार पर दिख रहा है।
दुनिया भर में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 8.6 लाख पहुंच गयी है जबकि 42,000 लोगों की मौत हुई है। वहीं भारत में स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़े के अनुसार कोरोना वायरस से संक्रमित मामले 1,637 हो गये है जबकि मरने वालों की संख्या 38 पहुंच गयी है।
वैश्विक स्तर पर चीन में शंघाई, हांगकांग, जापान में तोक्यो और दक्षिण कोरिया के सोल में 4 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गयी। यूरोप के प्रमुख बाजारों में भी शुरूआती कारोबार में गिरावट का रुख रहा।
इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड का भाव 5.20 प्रतिशत लुढ़ककर 24.98 डॉलर प्रति बैरल पर पर आ गया।
साभार : यह लेख मूल रूप से समाचार एजेंसी पीटीआई द्वारा अंग्रेजी में लिखा गया है. यह मूल लेख का हिंदी अनुवाद है.